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शिमला। पिछले कई वर्षों से दफ्तरों में डटे फोरेस्ट गार्ड (Forest Gaurd) को अब फील्ड में भेजने की तैयारी हो चुकी है। प्रदेश सरकार ने वन विभाग (Forest Department) को सख्त निर्देश दिए हैं कि जिन्हें वनों की रक्षा करनी है उन्हें दफ्तरों में क्यों रखा जा रहा है। सरकार के इय सख्त निर्देश के बाद वन विभाग ने ऐसे वन रक्षकों को फील्ड में उतारने के कवायद भी शुरू कर दी है।
ऐसे में जल्द ही सौ से अधिक वन रक्षकों को अब फील्ड में सेवाएं देनी पड़ेगी। हालांकि ये 315 के करीब हैं जो सर्कल, वन विभाग मुख्यालय और मंडल स्तर पर कार्यालयों में ही सेवाएं दे रहे हैं। वन रक्षकों की कमी के पीछे यह भी मुख्य कारण बताया गया। जिस कारण वनों की रक्षा करने वाले गार्ड की कमी खल रही है। इससे पहले दफ्तरों में डटे फोरेस्ट गार्ड को ही फील्ड में उतारने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 31 जनवरी तक पहले चरण में सौ से अधिक वन रक्षकों के तबादले कार्यालयों से फील्ड के लिए कर दिए जाएंगे। बताया गया कि ऐसे मामलों को लेकर वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने भी पूरी रिपोर्ट मंगवा ली है।
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