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शिमला/हमीरपुर/सोलन। हिमाचल के दो निजी विश्वविद्यालयों द्वारा फर्जी डिग्रियां बांटने के मामले को लेकर एनएसयूआई (NSUI) और एबीवीपी (ABVP) ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिमला में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। एबीवीपी ने नियामक आयोग के कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर ताला लगा दिया। जिला संयोजक सचिन ने कहा कि जब एबीवीपी कार्यकर्ता नियामक आयोग के कार्यालय में जाते हैं तो वहां पर आयोग का अध्यक्ष वहां से भाग जाता है।
जब उन्होंने वहां पर उपस्थित कर्मचारियों से उन्हें बुलाने को कहा तो वहां की सचिव व सभी सदस्यों का भी कहना था कि उन्हें अपने हिसाब से कार्य करने से अध्यक्ष द्वारा रोक जाता है और तानाशाही रवैया अपनाया जाता है जिसके चलते वहां का कोई भी कर्मचारी नियामक आयोग के अध्यक्ष से बात तक करने को राजी नही है। प्रान्त मंत्री राहुल राणा ने चेतावनी देते हुए कहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में इस प्रकार के फर्जीवाड़े के ख़िलाफ़ विद्यार्थी परिषद आने वाले समय मे नियामक आयोग और सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोलेगी।
इसी कड़ी में हमीरपुर में एनएसयूआई इकाई ने फर्जी डिग्री प्रकरण पर सरकार के खिलाफ हल्ला बोला है। प्रदेश में 5 लाख के करीब फर्जी डिग्रियों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में प्रदेश के दो नामी निजी यूनिवर्सिटिज (Famous Private Universities) का नाम सामने आया है। जिला एनएसयूआई अध्यक्ष टोनी ठाकुर ने कहा कि फर्जी डिग्रियों का मामला पहले भी एनएसयूआई (NSUI) ने उठाया था और शिक्षा मंत्री के पास इसकी शिकायत भी की गई थी, लेकिन सरकार ने इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।
एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि इसमें शिक्षा मंत्री की भी मिलीभगत है। वहीं, सोलन में एनएसयूआई ने मिनी सचिवालय के बाहर जमकर धरना प्रदर्शन किया और मामले को लेकर डीसी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष तुषार स्तान के नेतृत्व में यह प्रदर्शन किया गया। एनएसयूआई का कहना है कि यदि सरकार इन संस्थानों की मान्यता रद्द नहीं करेगी तो प्रदेश स्तर पर इसके विरुद्ध आंदोलन छेड़ा जाएगा।
कुल्लू महाविद्यालय में एनएसयूआई ने कैंपस प्रेजिडेंट अजीत शर्मा की अध्यक्षता में धरना प्रदर्शन किया। अजीत शर्मा ने कहा कि अगर जल्द से जल्द इस पूरे मामले में उसकी जांच नहीं की जाती तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन करेगी जिसका जिम्मेदार प्रदेश सरकार स्वयं रहेगी।
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