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शिमला। बर्फबारी के दौरान सभी व्यवस्थाओं को सुचारू बनाए रखने के लिए शिमला नगर को पांच सेक्टर में बांटा गया है। सेक्टर-1 में संजौली, ढली, नालदेहरा, कुफरी, मशोबरा, बल्देयां व छोटा शिमला क्षेत्र सम्मिलित किए गए हैं। सेक्टर-2 में ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़-बाजार विक्ट्री टनल तक, कैथू, ढली, भराड़ी, चैड़ा मैदान, एजी ऑफिस, हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय और अन्नाडेल क्षेत्र सम्मिलित किए गए हैं।
सेक्टर-3 में बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी शोघी तक, बीसीएसए चक्कर, बालुगंज, टुटू, नाभा, फागली, खलीनी, जतोग व विकास नगर क्षेत्र शामिल किए गए हैं। सेक्टर-4 में विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला तक ओक ओवर, यूएस क्लबए रिजए जाखू क्षेत्र, रिच माउंट, रामचन्द्रा चैक, कमला नेहरू हॉस्पिटल, हॉली लॉज, उच्च न्यायालय और डीसी कार्यालय क्षेत्र रहेंगे। सेक्टर-5 में मैहली, कसुम्पटी, पंथाघाटी, हिमाचल प्रदेश सचिवालय और ब्रॉकहॉस्ट क्षेत्र शामिल हैं। प्रत्येक सेक्टर में हर विभाग का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है ताकि आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान समयबद्ध कार्य सुनिश्चित किया जा सके। इसी तरह शहर के पुराने पेड़ों को हटाया जाएगा ताकि बर्फबारी के दौरान यह पेड़ मुश्किलें पैदा ना करें।
ये जानकारी शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने दी। वह बर्फबारी के दौरान सामान्य जनजीवन बनाए रखने के लिए विभिन्न विभागों की तैयारियों संबंधी बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस दौरान अधिकारियों को बर्फबारी के दौरान अधिक बाधित होने वाली सड़कों को चिन्हित करने के निर्देश दिए ताकि वहां पर उचित मशीनरी उपलब्ध करवाई जा सके और उन सड़कों को समयबद्ध खोला जा सके। उन्होंने नगर निगम शिमला व वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समन्वय स्थापित कर शहर के पुराने पेड़ों को हटा दे ताकि बर्फबारी के दौरान यह पेड़ मुश्किलें पैदा न करें।
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