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विस अध्यक्ष को पद से हटाने को लेकर विपक्ष का हंगामा, नारेबाजी व वॉकआउट
Himachal Vidhansabha: हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र( Monsoon Session of Himachal vidhansabha) के पांचवें दिन कार्यवाही हंगामे के साथ शुरू हुई। विपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया (vidhansabha Speaker Kuldeep Singh Pathania) को पद से हटाने को लेकर विधानसभा सचिव को विपक्ष द्वारा नियम 274 के तहत नोटिस दिया गया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने इसको लेकर चर्चा मांगी लेकिन विधानसभा अध्यक्ष द्वारा इसकी इजाजत नहीं दी, जिसके बाद विपक्ष ने सदन के अंदर नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से वॉकआउट (Walkout) कर दिया।
अध्यक्ष खुद को कानून और नियमों से ऊपर मानते है
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Leader of Opposition Jai Ram Thakur)ने कहा कि विधायक दल की बैठक में यह फैसला लिया गया था कि जिस तरह का व्यवहार विधानसभा अध्यक्ष का है उसको लेकर सचिव को नोटिस ( Notice) दिया गया और उन्हें पद से हटाने की मांग की गई । नोटिस देने के बाद विधानसभा अध्यक्ष कार्यवाही का संचालन नहीं कर सकते है, उन्हें आसन छोड़ना चाहिए था। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि विधानसभा अध्यक्ष ही सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष खुद को कानून और नियमों से ऊपर मानते है।
विधानसभा अध्यक्ष का घमंड दिमाग में आ गया है
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार(former speaker Vipin Parmar) द्वारा नियमों का हवाला देते हुए चर्चा की मांग की। लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया। विधानसभा अध्यक्ष का घमंड दिमाग में आ गया है। इसके अलावा नियम 67 के तहत सदन में प्रस्ताव रखा गया और जिस तरह से कर्मचारियों को एक तारीख बीत जाने के बाद भी वेतन नहीं मिल रहा है इस पर चर्चा की मांग रखी लेकिन चर्चा का समय नहीं दिया गया । जबकि ये गंभीर विषय था। सीएम एक तरफ बयान दे रहे है कि प्रदेश में आर्थिक संकट है । दूसरी ओर कह रहे हैं कि आर्थिक स्थिति ठीक है। यदि आर्थिक संकट नहीं है तो कर्मचारियों को वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा है।
संजू चौधरी