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Budget Session: सीएम के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने फिर किया वॉकआउट
Last Updated on March 4, 2020 by Deepak
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र (Budget Session) के दौरान आज विपक्ष ने दूसरी बार सदन से वॉकआउट किया। सीएम जयराम ठाकुर राज्यपाल के अभिभाषण पर लाए धन्यवाद प्रस्तान पर चर्चा का जवाब दे रहे थे, जिससे असंतुष्ट विपक्षी विधायक सदन से उठ कर नारे लगाते हुए बाहर चले गए। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सत्ता पक्ष विपक्ष की बात सुनना नहीं चाहता है। राज्यपाल का अभिभाषण राजनीति से प्ररित है और सीएम जवाब के माध्यम से सदन को गुमराह कर रहे हैं। सीएम जयराम ठाकुर ने अपने जवाब में कहा कि पुलिस भर्ती का मामला आया तो सरकार ने भर्ती रद्द कर 35 लोगों को गिरफ़्तार किया। सीएम ने एनएच, हवाई सेवाओं के विस्तार की भी बात कही व कांगड़ा के साथ मंडी में बड़ा हवाई अड्डा बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का हवाला दिया। जल से बल योजना, शिक्षा पर्यटन पर भी सीएम ने अपनी बात रखी।
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उन्होंने बताया कि 2019 में हत्या के 70 मामले दर्ज हुए, जबकि 2018 में 99 मामले दर्ज हुए। अन्य आपराधिक मामलों में भी कमी आई है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष गलत आंकड़े कहां से देता है ये बताए। इस पर विपक्ष के सभी सदस्य अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और सीएम के आंकड़ों से असंतुष्ट होकर नारेबाजी करने लगे। इसी शोर शराबे के बीच विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया। विपक्ष के वाकआउट से सीएम नाराज दिखे व कहा कि विपक्ष सरकार के काम की सुनने के लिए तैयार नहीं है। अगर ऐसा ही रहा तो अगले चुनाव में विपक्ष की संख्या और कम हो जाएगी। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार स्वरोजगार को बढ़वा दे रही है।
सरकार दो साल में लोगों का दिल जीतने में सफल रही है। सीएम के जवाब के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने सदन की कार्यवाही गुरुवार दोपहर 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। बता दें कि इससे पहले विपक्ष ने सदन में कोरोना वायरस को लेकर हल्ला बोला। नियम 67 के तहत कोरोना वायरस पर चर्चा मांगी। स्पीकर ने चर्चा को मंजूरी न देकर सीएम जयराम के रिप्लाई को मंजूरी दे दी। इससे विपक्ष नाराज हो गया और सदन से वॉकआउट कर गया। विपक्ष का आरोप था कि सरकार इस संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है। स्पीकर ने नियम 67 के तहत लाए प्रस्ताव पर चर्चा करवाने की जगह सीएम जयराम ठाकुर को रिप्लाई के लिए मंजूरी दे दी। जबकि सीएम का रिप्लाई प्रश्नकाल के बाद आ सकता है।