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बिलासपुर। धर्मशाला से बीजेपी विधायक विशाल नेहरिया ( BJP MLA Vishal Nehria) की एचएएस पत्नी ओशिन शर्मा ने एक बार फिर अपने पति पर आरोप जड़े हैं। ओशिन का कहना है कि उसे अभी भी मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है, जिस तरह उनके पति को पूरे स्वाभिमान के साथ जीने का अधिकार है। वैसा ही अधिकार उन्हें भी है। लेकिन उन्हें फिर उन्हें परेशान किया जा रहा है। इस वजह से वह अपना दायित्व सही तरीके से नहीं निभा नहीं पा रही है। एचएएस अधिकारी ने पीएम नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) एवं सीएम जय राम ठाकुर ( CM Jai Ram Thakur)ने मांग की है कि धर्मशाला में सता के दुरूपयोग को रोका जाए।
मीडिया से बातचीत के दौरान ओशिन ने कहा कि कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है तो दूसरी ओर बेटियां घरेलु हिंसा की शिकार हो रही है। वह भी उन बेटियों में से एक है। जिसे अपने पति व ससुराल वालों की प्रताड़ना सहन करना पड़ी है। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि गत वर्ष जून माह में पति व ससुराल वालों ने उन्हें ना केवल मानसिक रूप से परेशान किया गया था बल्कि मारपीट भी की गई थी। उसके बाद पति के खिलाफ पुलिस ( Police)में की गई एफआईआर( FIR) वापस लेने का दवाब डाला गया। इसलिए उन्होंने एफआईआर तक वापिस ली थी। क्योंकि पति ने उन्हें दस वर्ष तक तलाक नहीं देने की बात कही थी। हालांकि यह मामला अभी न्यायालय में लंबित है। फिर भी उनके पति द्धारा परेशान किया जा रहा है।
ओशिन का कहना है कि इस मामले पर उनके पति ने मीडिया में जो बयान दिया गया था। उस पर बाद में वे मुकर गए थे।जब वह जोगेंद्रनगर व हमीरपुर में प्रोवेशनरी पीरियड (Probationary Period)पर कार्यरत थी, वहां पर भी विशाल नेहरिया ने उन्हें परेशान करने करने का प्रयास किया गया। यहीं नहीं हिप्पा में प्रशासनिक अधिकारी के प्रशिक्षण के दौरान भी उन्हें बेवजह तंग किया गया। जिस कारण उन्हें शिमला के ढली थाने में शिकायत दर्ज करवानी पड़ी थी। ओशिन का आरोप है कि विशाल नेहरिया उनके खिलाफ सता का दूरपयेाग कर सकते है। वह इस संबंध में लोगों को जागरूक कर सच्चाई सामने रखना चाहती हैं। समाज में कितनी महिलाएं व बेटियां घरेलू हिंसा की शिकार हो जाती है और वह डर के कारण कुछ बोल भी नहीं पाती है। उनके साथ जब यह घटना हुई थी, तब उन्हें समाज का समर्थन मिला था। उन्हें उम्मीद है कि अब भी लोग उनका साथ देंगे। क्योंकि हम सभी को स्वाभिमान के साथ जीवन जीने का अधिकार है।
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