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Banjar Bus Accident के बाद भी नहीं जागा प्रशासन, ओवरलोडेड बसों में सफर करने को मजबूर लोग
Last Updated on March 6, 2020 by Deepak
कुल्लू। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला बंजार उपमंडल में बस हादसे (Bus accident) के बाद भी प्रदेश सरकार व प्रशासन नहीं जागा। उपमंडल में बसों की कमी के चलते सभी ग्रामीण क्षेत्रों में ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर लोगों को ओवरलोडेड बसों में सफर करना पड़ रहा है। स्कूल, कॉलेज के छात्रों के साथ आमजनता को हर रोज यातायात के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
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ग्रामीणों की मानें तो बंजार में परिवहन विभाग (Transport Department) में बसों की कमी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बसों का उचित प्रावधान नहीं है। लोगों को 3 दिन के बाद यातायात की सुविधा मिल रही है जिससे स्कूल कॉलेज के छात्रों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी खटारा बसें चलाई हैं जिससे आधे रास्ते में बस खराब होने पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को पैदल सफर करने पर मजबूर होना पड़ता है। स्थानीय निवासी उमेश शर्मा ने बताया कि बंजार उपमंडल में बसों की सबसे बड़ी समस्या है।
उन्होंने कहा कि बठाहड़, जिभी, गुशैणी, पलाहच, घरटगाड़ में बसों की कमी के कारण स्कूल-कॉलेज के छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने भेऊट मोड़, झीड़ी में ओवरलोडिंग से बस हादसे हुए हैं, लेकिन सरकार ने इसके बाद ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं किया और बसों की कमी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों को ओवरलोड बसों में सफर करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बसों की कमी के चलते स्कूल कॉलेज के छात्रों को समय पर पर नहीं मिलती और जहां 3 बजे जाने बाली बसें एक दो घंटे लेट चल रही है जिससे बसों में ओवरलोडिंग हो रही है और हादसे होने की आशंका है। उन्हेंने कहा कि प्रदेश सरकार कुल्लू जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में बसों का उचित प्रबंध करें।