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ऑक्सफोर्ड की प्रोफेसर का दावा: ज्यादातर लोगों को नहीं होगी Covid-19 Vaccine की जरूरत
Last Updated on July 3, 2020 by
लंदन। दुनिया भर के 180 से अधिक देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज के लिए अबतक कोई कारगर वैक्सीन (Vaccine) नहीं बन पाई। ऐसे में एक तरफ जहां दुनियाभर के देश और तमाम संस्थान इस बीमारी की वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में जुटी हुई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford university) की एक प्रोफेसर ने एक बड़ा ही हैरान करने वाला दावा किया है। वैक्सीन निर्माण की रेस में सबसे आगे माना जा रहे ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की प्रफेसर सुनेत्रा गुप्ता का कहना है कि ज्यादातर लोगों को COVID-19 की वैक्सीन की जरूरत नहीं होगी। प्रफेसर गुप्ता ने बताया है कि सामान्य और स्वस्थ लोग, जो न बहुत बुजुर्ग हों, न कमजोर और न एक ही वक्त पर कई बीमारियों से पीड़ित हों, उनमें यह वायरस आम बुखार से ज्यादा चिंता का कारण नहीं है।
ज्यादातर लोगों को कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं
प्रोफेसर सुनेत्रा गुप्ता कोरोना वायरस की महामारी पर नकेल कसने के लिए सिर्फ लॉकडाउन लगाए जाने का समर्थन नहीं करती हैं। इसलिए उनका नाम तक ‘प्रफेसर रीओपन’ रख दिया गया है। एक मशहूर समाचार पत्र से बातचीत के दौरान एपिडीमियॉलजिस्ट प्रफेसर गुप्ता ने बताया कि क्यों लॉकडाउन कोरोना वायरस को रोकने में लंबे समय तक कारगर रहने वाला समाधान नहीं है। प्रफेसर गुप्ता ने कहा कि जब वैक्सीन आएगी तो वह कमजोर लोगों को मजबूती देगी और ज्यादातर लोगों को कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। गुप्ता का मानना है कि कोरोना वायरस की महामारी प्राकृतिक तरीके से ही खत्म हो जाएगा और इन्फ्लुएंजा की तरह ही जीवन का हिस्सा बन जाएगी।
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गर्मी के अंत तक वैक्सीन के कारगर होने के सबूत मिल जाएंगे
उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि इन्फ्लुएंजा की तुलना में इससे मरने वालों की संख्या कम होगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन बनाना आसान है और गर्मी के अंत तक वैक्सीन के कारगर होने के सबूत मिल जाएंगे।’ प्रोफेसर सुनेत्रा गुप्ता ने आगे कहा कि लॉकडाउन एक अच्छा कदम है लेकिन बिना गैर-फार्मासूटिकल तरीकों के कोरोना वायरस को लंबे समय तक दूर रखने के लायक नहीं है। गुप्ता ने कहा है कि कुछ जगहों पर दूसरी वेव किसी और इलाके में पहली वेव की वजह से है। उनका कहना है कि ऐसे कई देश हैं जहां लॉकडाउन सफलता से हो गया और अब वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।