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Results for "प्राचीन बाबा भूतनाथ मंदिर"
भूतनाथ मंदिर के शिवलिंग पर माखन का लगाया लेप, हो गया शिवरात्रि का आगाज
शिवरात्रि वाले दिन तक रोजाना इस शिवलिंग पर माखन चढ़ाया जाएगा और प्रतिदिन भगवान शिव के विभिन्न रूपों की आकृतियां बनाकर भक्तों को दर्शन करवाए जाएंगे।
Mahashivratri || Mandi || Baba Bhootnath
मंडी शहर के प्राचीन बाबा भूतनाथ मंदिर का शिवलिंग एक बार फिर से अपने प्राचीन स्वरूप में आ गया है। एक महीना पहले तारारात्रि के अवसर पर इस शिवलिंग पर माखन का लेप चढ़ाया गया था।
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव समाप्त: देव आदि ब्रह्मा मंडी शहर को दे गए सुरक्षा कवच, बांधी सुरक्षा कार
उन्होंने राज माघव राय मंदिर में पूजा अर्चना की और फिर देवताओं की अगुवाई में निकली शोभायात्रा में भाग लिया। शोभा यात्रा में प्रमुख देवी देवताओं व उनके देवलुओं ने भाग लिया।
ओम नम: शिवाय के जयकारों गूंजी छोटी काशी शिवरात्रि पर पूरा के बाद निकली लघु जलेब
छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में महाशिवरात्रि पर प्राचीन परंपराओं का निर्वहन करते हुए भव्य लघु जलेब (शोभायात्रा) निकाली गई। डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने सबसे पहले राज माधव राय मंदिर के बाहर बने प्राचीन हवन कुंड में पूजा अर्चना करके पूर्णाहूति डाली। इसके बाद टारना माता मंदिर जाकर विधिवत पूजा अर्चना… Continue reading ओम नम: शिवाय के जयकारों गूंजी छोटी काशी शिवरात्रि पर पूरा के बाद निकली लघु जलेब
हिमाचलः छोटी काशी में महाशिवरात्रि पर निकली लघु जलेब, तीन देवता भी चले साथ
डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने सबसे पहले राज माधव राय मंदिर के बाहर बने प्राचीन हवन कुंड में पूजा अर्चना करके पूर्णाहूति डाली। इसके बाद टारना माता मंदिर जाकर विधिवत पूजा अर्चना की।
महाशिवरात्रि पर छोटी काशी में हुआ बड़ा हवन, लघु जलेब भी निकाली
मंडी। महाशिवरात्रि ( Mahashivratri)के मौके पर छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में जिला प्रशासन की तरफ से बड़े हवन( big havan) का आयोजन किया गया और उपरांत इसके एक लघु जलेब (शोभायात्रा) निकाली गई। हालांकि शिवरात्रि ( Sivratri)पर यह हवन हर साल होता है लेकिन इस बार प्रशासन ने इसे बड़े स्तर… Continue reading महाशिवरात्रि पर छोटी काशी में हुआ बड़ा हवन, लघु जलेब भी निकाली
मंडी रियासत के राजा अशोक पाल सेन का राजसी परंपराओं के साथ हुआ अंतिम संस्कार
इससे पहले भवानी निवास में परंपरा के अनुसार ओमेश्वर पाल सिंह को तिलक लगाया गया जो उन्हें अगले राजा की विरासत के रूप में एक प्रतीक चिन्ह माना जाता है।