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Results for "प्रजातियों"
भूरा भालू, लाल लोमड़ी, थार और घोरल कितने बढ़े, कितने हुए कम अब लगेगा पता
हमीरपुर। वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया देहरादून हिमाचल प्रदेश की धौलाधार सेंक्चुरी में अब वन्य प्राणियों पर शोध करेगा। यह शोध वन विभाग और वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट इंडिया के ट्रैप कैमरों में कैद हिमालयन रीजन की दुर्लभ वन्य प्रजातियों पर भी होगा। कैमरा ट्रैप के जरिए बेसलाइन सर्वे में इस कार्य को किया गया है।… Continue reading भूरा भालू, लाल लोमड़ी, थार और घोरल कितने बढ़े, कितने हुए कम अब लगेगा पता
हिमाचलः वनरक्षक और वन खंड अधिकारी सस्पेंड, इस वजह से गिरी गाज
नाचन वन मंडल के तहत चैलचौक की पथरी बीट में अतिक्रमण और अवैध खनन के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद वन अरण्यपाल मंडी ने सस्पेंड करने के आदेश दे दिए है।
यहां खुदाई में मिला 1306 पैरों वाला जीव, धरती के अंदर है घर
ऑस्ट्रेलिया में वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीव की खोज की है, जिसके 1306 पैर हैं। यह जीव खनिज संपदा से संपन्न इलाके में पाया गया है।
भारत के इस संस्थान ने पता लगाया हल्दी का जीनोम, पहली बार दुनिया में हुआ ऐसा शोध
दुनिया भर में शोधकर्ता जड़ी-बूटियों वाले क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। अब तक केवल कुछ हर्बल जीनोम का अध्ययन ही किया गया है।
सुसाइड फॉरेस्ट के नाम से मशहूर है ये जंगल, यहां आकर खुदकुशी कर लेते हैं लोग
जापान का ऑकिगहरा जंगल डरावनी कहानियों के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। यह जंगल माउंट फूजी के नॉर्थवेस्ट में स्थित है।
पौंग झील पहुंचे ये मेहमान
जवाली। पौंग झील प्रवासी पक्षियों के आगमन से गुलजार हो गई है तथा पक्षियों के आने के साथ पर्यटक भीआने शुरू हो गए हैं। अभी तक पौंग झील में बारहेडिड गीज, कामनटील, नॉर्दन पेंटल, कॉमनकूट, लिटल कोरमोरेंट, चिफचेफ, रुडी, शेल्डक, कामन, पोचार्ड, कॉमन टिल, लिटिल, कोर्मोरेंट, स्पाट्विल, मलार्ड बर्ड, युरेशियन टीलमूर हेन व ग्रेट इग्रेट… Continue reading पौंग झील पहुंचे ये मेहमान
बंजर जमीन पर दिया हरा-भरा जंगल, प्रकृति प्रेमियों ने 4 साल में ऐसे किया कमाल
जगताप ने कहा कि वह हर हफ्ते उस जगह का दौरा करते थे और शारीरिक व्यायाम जैसी गतिविधियों में शामिल होते थे। इसके साथ ही पेड़ लगाते समय प्रासंगिक सामाजिक विषयों पर चर्चा करते थे।
क्या आप जानते हैं, भारत में पाया जाने वाला यह पक्षी जमीन पर नहीं रखता पैर
भारत के महाराष्ट्र राज्य का राजकीय पक्षी हरियल एक ऐसा पक्षी है, जो अपना पैर कभी धरती पर नहीं रखता है। इस प्रजाति के पक्षियों को ऊंचे-ऊंचे पेड़ वाले जंगल पसंद हैं। यह अक्सर अपना घोंसला पीपल और बरगद के पेड़ पर बनाते हैं।
वियतनाम और चीन को पछाड़ भारत के अगरबत्ती उद्योग पर राज के लिए त्रिपुरा कर रहा ये काम
दुनिया भर में बांस की 1,250 प्रजातियों में से, भारत में 145 प्रजातियां हैं।भारत में बांस के जंगल लगभग 10.03 मिलियन हेक्टेयर में फैले हुए हैं, और यह देश के कुल वन क्षेत्र का लगभग 12 प्रतिशत है।
मेहनत करना पसंद नहीं, मुफ्त का खाना अच्छा लगता है बिल्लियों को
जर्नल एनिमल कॉग्निशन में प्रकाशित अध्ययन में, टीम ने 17 बिल्लियों को एक खाद्य पहेली और भोजन की एक ट्रे प्रदान की। पहेली ने बिल्लियों को भोजन को आसानी से देखने की अनुमति दी