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Results for "दुर्लभ जीव "
विलुप्त हिमालयन सिरो की #Spiti के हुरलिंग में दस्तक, कैमरे में हुआ कैद
अनुसूची एक में शामिल हिमालयन सिरो को इंटरनेशनल यूनियन फॉर conservation फॉर नेचर (आईयूसीयेन) ने संकटापन्न के नजदीक श्रेणी में शामिल किया है।
वो मौत के बाद भी ‘जिंदा’
थुकदाम एक तिब्बती शब्द है जिसका अर्थ है जिसका अर्थ है समाधि या ध्यान की स्थिति के लिए खड़े रहना। कुछ साल पहले तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा की पहल पर इस तरह की घटना की वैज्ञानिक शोध भी चल रहा है।
मरने के बीस दिन बाद भी वो “जिंदा” हैं, चेहरे की चमक-शरीर की गर्माहट बराबर बनी
गेशे तेनपा ग्यालत्सेन का जन्म 23 अप्रैल 1934 को खाम तावो में, मां लोबसांग ल्हामो और पिता लोबसांग बुमराम के घर हुआ था। 20 साल की उम्र में, वह तिब्बत स्थित गाडेन जंग्त्से मठ में शामिल हो गए।
राज्यपाल बोले: #Tourism को शिखर तक ले जाने में मददगार साबित होगी #Atal_Tunnel
राज्यपाल ने कहा कि इस टनल के बनने से जहां कबायली क्षेत्रों के लोगों के जीवन में बदलाव आएगा। वहीं, यह टनल लाहुल स्पीति व पांगी के लोगों को बारहमासी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी Covid-19 पॉजिटिव: बोलीं- इस घोषणा को ढूंढने पड़े शब्द
एक घोषणा करने के लिए मुझे शब्दों को खोजना पड़ रहा है जो मेरे लिए दुर्लभ है। मैं इसे आसान कर रही हूं- मैं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हूं और सबसे अनुरोध करती हूं
पाउडरमिल नेचर रिजर्व नेचुरल में मिला अनोखा पक्षी, एक तरफ से नर दूसरी तरफ मादा
इसकी दुर्लभता के कारण, वैज्ञानिकों को इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है कि पक्षी के जीवन को मादा रोग कैसे प्रभावित करता है। लिंडसे ने बताया, ‘शायद इसका कोई फायदा नहीं है।
कुतिया ने हरे रंग के पिल्ले को दिया जन्म, देखकर हैरान रह गया किसान
उसका रंग कुछ पिस्ते के रंग जैसा है यही कारण है कि इस अनोखे रंग के कुत्ते के पिल्ले का नाम पिस्ताचो रखा गया है। नवजात 4 कुत्ते के पिल्ले सफेद फर वाले हैं।
Himachal के इन गांवों में डंडों से तैयार हाईटेक एंबुलेंस से मरीजों को पहुंचाते हैं Hospital
राजेश को घास काटने वाली मशीन से पैर में गहरी चोट लग गई। ग्रामीणों ने दो डंडों में बंधी चादर में रख कर पीठ पर उठा कर अढ़ाई घंटे का सफर तय करने के बाद सड़क तक पंहुचाया।
इस देश में मनपसंद लड़की से शादी करने के लिए करना पड़ता है ये खतरनाक काम
अब हर कोई समुद्र में जाकर व्हेल का दांत नहीं ला सकता है क्योंकि ये काम पेशेवर लोग करते हैं। अब खरीददार इस विशाल मछली के दांतों से बनी माला या कोई दूसरी चीज लेकर तोहफे में देते हैं।
उत्तराखंड की वादियों में खिले ब्रह्मकमल: जानिए क्यों खास है साल में सिर्फ एक बार खिलने वाला यह फूल
चमोली। उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली जिले में बर्फबारी के साथ ब्रह्मकमल (Brahmakamal) भी खिलना शुरू हो गए हैं। साल में सिर्फ एक बार खिलने वाला यह फूल अब अक्टूबर महीने में भी अपनी खुशबू बिखेर रहा है। ब्रह्म कमल के खिलने का सही वक्त अगस्त का होता है। एक्सपर्ट भी यह चीज देखकर हैरान हैं।… Continue reading उत्तराखंड की वादियों में खिले ब्रह्मकमल: जानिए क्यों खास है साल में सिर्फ एक बार खिलने वाला यह फूल