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Mata Chintpurni और बाबा बालक नाथ के दर्शनों को करना होगा इंतजार, क्या बोले DC-जानिए
उत्तरी भारत के प्रसिद्व सिद्व पीठ बाबा बालक नाथ मंदिर (Baba Balak Nath Temple) दियोटसिद्व के कपाट आठ जून को नहीं खोले गए
स्थाई तौर पर Himachal से बाहर जाने के लिए पास की जरूरत नहीं
डीसी ने कहा कि जिला में पहली जून से सार्वजनिक परिवहन सेवा बहाल कर दी गई है। एचआरटीसी (HRTC) की बसें अपने निर्धारित रूटों पर चल रही हैं।
Lockdown 3.0 के लिए नई गाइडलाइन जारी: ग्रीन, ऑरेंज जोन में क्या चलेगा और क्या बंद रहेगा?
रेड जोन में बड़ी संख्या में अन्य गतिविधियों की अनुमति होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में सभी औद्योगिक और निर्माण गतिविधियां, जिनमें मनरेगा कार्य, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां और ईंट-भट्टे शामिल हैं,
Covid-19: इस तरह से तीन जोन में बांटे जाएंगे देश के जिले; स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया पूरा ब्यौरा
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देशभर में कोरोना के मामलों के अनुसार इलाकों को कई जोन में बांटा जाएगा।
लॉकडाउन 2.O: जानें 20 अप्रैल से शुरू होंगे कौन-कौन से कारोबार, शराब की बिक्री अब भी Ban
सरकार 20 अप्रैल से देश के कुछ इलाकों में लॉकडाउन में ढील देने जा रही है। इसके साथ ही कुछ उद्योगों को छूट दी गई है। यह उसी इलाके में होगा जहां कोरोना पर अंकुश है
Breaking : दियोटसिद्ध में नहीं लगेंगे चैत्र मेले, दोपहर बाद बंद होंगे मंदिर के कपाट
जिला प्रशासन ने चैत्र मेलों पर प्रतिबंध (Ban) लगा दिया है वहीं आज दोपहर दो बजे के बाद सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध (Baba Balak Nath Temple Deotsidh) के कपाट भी बंद हो जाएंगे।
जलोड़ी दर्रे की बर्फ से ढकी खामोश वादियां पर्यटकों को करती हैं आकर्षित
अभी तक नाम मात्र पर्यटक ही इस स्थान पर पहुंच रहे हैं लेकिन दर्रा बहाल होते ही यहां पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ती है। गर्मियों के मौसम में यहां सरेउलसर जाने वाले रास्ते में अनेकों कैंप साइटें लगती है।
Budget 2020: एक खबर में जानें बजट में की गई सभी अहम घोषणाएं
केंद्रीय कैबिनेट ने शनिवार को 2020-21 के बजट को मंज़ूरी दे दी जिसके बाद निर्मला सीतारमण बतौर वित्त मंत्री लोकसभा में अपना दूसरा बजट पेश किया।
शांता की गोद भी न दे पाई परछोड़ को राहत, स्वच्छता अभियान के दावों की निकली हवा
यहां स्थित सार्वजनिक शौचालय जहां बिना सफाई कर्मी के खुद गंदगी से भरा है तो वहीं यहां का कूड़ा लाहड़ू-चंबा मार्ग पर ढांक में खपाया जा रहा है।