- Advertisement -
नई दिल्ली। भारत द्वारा पुलवामा हमले (Pulwama attack) का बदला लेने के लिए भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) द्वारा बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) के कैपों पर की गई कारवाई के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वायुसेना द्वारा की गई हवाई कार्रवाई को IAF की पश्चिमी कमांड ने अंजाम दिया, जिसके बाद पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों (Fighter planes) एफ-16 ने भी उड़ान भरी थी, लेकिन भारतीय वायुसेना के विमानों के बड़े आकार को जानने के बाद वह वापस लौट आए। बताया गया कि उन्हें काफी बाद में समझ आया कि भारतीय जंगी जहाज बमबारी (bombing) कर रहे हैं। उन्हें इस बात का पूरा आभास हो गया था कि भारतीय वायुसेना उनके विमान को भी नीचे गिरा देगी।
बता दें कि भारतीय वायुसेना ने मंगलवार तड़के पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में हवाई कार्रवाई कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख ठिकानों को तबाह किए जाने के दौरान इस पूरे ऑपरेशन की रिकॉर्डिंग की है। ऑपरेशन के दौरान लड़ाकू विमान ने इस पूरे ऑपरेशन को रिकॉर्ड किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने लेजर गाइडेड बमों के जरिये हवाई कार्रवाई की, जिसमें 200 से 300 आतंकी मारे गए हैं। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी कैम्पों पर भारतीय वायुसेना (IAF) के मिराज 2000 विमानों ने कुल छह बम गिराए। हमले पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्व सेनाप्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने कहा, ‘यह शानदार ऑपरेशन था, यह पक्का था कि ऐसा होगा, यह साफ दिखाई दे रहा था, क्योंकि पीएम ने ऐसा कहा था, हम पहले भी देख चुके हैं, जब उरी के बाद पीएम ने ऐसा कहा था, हम सर्जिकल स्ट्राइक 1 के लिए गए थे, यह सर्जिकल स्ट्राइक 2 था।’
- Advertisement -