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कश्मीर पर बयानबाजी मलेशिया को पड़ी भारी, अब भारत से बातचीत को बेताब
Last Updated on January 19, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। पाकिस्तान (Pakistan) के साथ दोस्ती रखना और जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) मामले में बयान देने का अंजाम अब मलेशिया को भुगतना पड़ रहा है। खबर है कि भारत ने मलेशिया (Malaysia) से पाम ऑइल (Palm Oil) के आयात में कटौती कर दी है। इससे मेलशिया में पाम आयल की कीमतें 11 साल के अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई हैं। मलेशिया को आगामी नुकसान का आभास हो चुका है ऐसे में अब उसके पास भारत से बातचीत ही आखिरी विकल्प बचता है।
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बता दें, मलेशिया पाम ऑयल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। ऐसे में मलेशिया अगले हफ्ते दावोस में होने वाली वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की मीटिंग से मलेशिया के वाणिज्य मंत्री डारेल लेइकिंग भारतीय समकक्ष पीयूष गोयल से मुलाकात कर बातचीत कर सकते हैं। पीयूष गोयल का कहना है कि सरकार ने मलेशिया के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है। भारत भी यही चाहता है कि मलेशिया से रिश्ते अच्छे बने रहें क्योंकि भारत के लगभग 10 लाख लोग वहां काम करते हैं। साथ ही भारत सालाना 90 लाख टन पाम ऑयल आयात करता है। जिसमें ज्यादातर आयात इंडोनेशिया और मलेशिया से किया जाता है। गौर हो मलेशिया धारा 370 और CAA- NRC जैसे मुद्दों को लेकर भारत का विरोध करता रहा है। इसके अलावा इन मुद्दों को मलेशिया अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी ले जा चुका है।