- Advertisement -
शिमला। राजधानी के समरहिल से दो नवंबर को गायब हुए पंकज की मौत कैसे हुई है, इसे लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। क्योंकि पंकज के परिजनों ने शंका जाहिर की है कि उसकी मौत गिरने से नहीं बल्कि यह हत्या है। क्योंकि जिस जंगल में उसकी लाश मिली है, वहां पर कभी नहीं जाता था और अकेले जाने का सवाल भी पैदा नहीं होता। पंकज का शव कल मिला था और ग्लैन के जंगल से यह शव बरामद हुआ था। यह दो नवंबर से लापता था और इसकी काफी खोजबीन भी की गई थी, लेकिन उसका कहीं कोई पता नहीं चला। उधर, पंकज के दादा ने कहा कि उनका पोता दो नवंबर को सुबह घर से स्कूल गया था,लेकिन शाम को नहीं लौटा। रातभर इधर-उधर पता करने और तलाश करने के बाद अगले दिन उन्होंने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई।
उनका कहना था कि पुलिस की जांच पर उन्हें संतोष नहीं है। क्योंकि पोते को जो मैसेज आए थे और पैसे मंगवाए गए थे, उसकी ठीक से जांच नहीं की गई है। कुछ युवकों से पुलिस ने पूछताछ जरूर की है, लेकिन वह गंभीरता से नहीं की गई। पंकज के दादा कैलाश ने कहा कि फोन पर मैसेज आए थे और किसी ने पैसे की मांग की थी और उसे कुमार हाउस के पास बस से उतरने को कहा गया था और ग्लैन के जंगल में बुलाया था। उनका कहना था कि पोते ने कुछ दिन पहले घर पर बताया था कि उसका लालपानी स्कूल के बच्चों के साथ पंगा हुआ है और कुछ दिन बाद में वह लापता हो गया।
कैलाश ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, क्योंकि जिस तरह से शव मिला है, उससे लग रहा है कि शव को वहां पर लाकर रखा गया है। साथ ही डॉक्टर ने भी कहा कि कोई टूट-फूट नहीं है और हाथ की एक अंगुली भी नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि यदि मौत गिरने से हुई है तो कहीं तो चोट लगनी थी, जबकि ऐसा नहीं हुआ है। उसकी टांगे ठीक थी। इसलिए उनकी मांग है कि पुलिस को इस मामले की गंभीरता से सही जांच करनी चाहिए, ताकि असलियत का पता चले। उधर, पुलिस भी अपने स्तर पर मामले की जांच में जुटी है और तथ्यों को खंगाल रही है।
- Advertisement -