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मंडी। जिला मंडी (#Mandi) में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ आज सैकड़ों अभिभावक सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया। मंडी शहर में अभिभावकों ने एक रोष रैली निकाली और प्राइवेट स्कूलों (Private Schools) की मनमानी के खिलाफ जमकर अपना गुब्बार निकाला। अभिभावकों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान सभी स्कूल बंद रहे और बावजूद इसके अभिभावकों से फीस वसूली गई। अब अभिभावकों से एनुअल चार्जेज (Annual Charges) के नाम पर लूट करने की कोशिश की जा रही है। वार्षिक परिक्षाएं शुरू होने जा रही हैं और उससे ठीक पहले प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों ने अभिभावकों को धमकियां देकर एनुअल चार्जेज वसूलने का धंधा शुरू कर दिया है।
छात्र-अभिभावक संघ के अध्यक्ष सुरेश कुमार ने बताया कि इस संदर्भ में उन्होंने हालही में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) से भी मुलाकात की थी और सीएम ने एनुअल चार्जेज ना वसूलने का आश्वासन दिया था। लेकिन बाद में जब डीसी मंडी (DC Mandi) के साथ इस संदर्भ में बात हुई तो उन्होंने लिखित में ऐसा कोई भी आदेश ना होने की बात कही। उन्होंने सरकार और प्रशासन से पूछा है कि वह प्राइवेट स्कूलों की मनमानी को लेकर अभिभावकों के साथ हैं या फिर स्कूलों के साथ। वहीं अभिभावकों का यह भी कहना है उन्हें प्राइवेट स्कूल यह कहकर भी ताना मार रहे हैं कि उन्होंने जबरन बच्चों की एडमिशन करवाने के लिए नहीं कहा था। यदि प्राइवेट स्कूल ठीक नहीं लग रहे तो सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला करवा सकते हैं। इस पर अभिभावकों का कहना है कि जब सरकारी नौकरी (Job) करने वाले अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाना शुरू कर देंगे तो उसके बाद वे भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाना शुरू कर देंगे। उन्होंने सरकार को चेताया है कि अगर सरकार जल्द मनमानी पर लगाम नहीं लगाती तो फिर आने वाले समय में आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
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