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परिवार पहचान पत्र: Haryana के नागरिकों का नया दस्तावेज; जानें क्या होंगे फायदे
Last Updated on August 5, 2020 by Deepak
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार (Government of Haryana) द्वारा प्रदेश के नागरिकों को विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के वास्ते सक्षम बनाने के लिए ‘परिवार पहचान पत्र’ शुरू कर दी गई है। पंचकूला में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने परिवार पहचान पत्र वितरित कर योजना का शुभारंभ किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश के सभी जिलों में इनका वितरण किया गया। फरीदाबाद में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने इस बैठक की अध्यक्षता की। अब सरकारी योजनाों का लाभ लेने के लिए हरियाणा के लोगों को अब अनेक दस्तावेजों को संभालने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि उनकी जगह अब परिवार पहचान पत्र (Parivar Pehchan Patra) एक नया दस्तावेज बनेगा।
हरियाणा में सभी परिवारों का एक प्रामाणिक, सत्यापित और विश्वसनीय डाटा बेस तैयार होगा
इसमें परिवार सहित बाकी दस्तावेजों की एकीकृत जानकारी होगी। इसके माध्यम से लोग सरकार के साथ पत्राचार और संवाद करेंगे। परिवार पहचान पत्र का उद्देश्य हरियाणा में सभी परिवारों का एक प्रामाणिक, सत्यापित और विश्वसनीय डाटा बेस तैयार करना है। इसके साथ सभी कल्याणकारी योजनाओं को जोड़ा जाएगा, ताकि हर परिवार को सभी सरकारी योजनाओं के लाभ विश्वसनीयता के साथ मिलता रहे। सीएम ने घोषणा की कि अगले तीन महीनों के भीतर राज्य के सभी सरकारी विभागों की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को इन पहचानपत्रों से जोड़ा जाएगा। सीएम खट्टर ने पंचकूला में एक कार्यक्रम में 20 लाभार्थियों को ‘परिवार पहचानपत्र’ वितरित किए। इस अवसर पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया भी उपस्थित थे।
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परिवार पहचान पत्र की ये है खासियत
हरियाणा में सभी परिवारों की मौलिक जानकारी का डिजिटल तौर पर संग्रहण होगा।
पात्र लाभार्थियों को सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा।
पहचान पत्र की जानकारी गोपनीय और सुरक्षित होगी।
जरूरतमंद परिवारों को घर बैठे सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी मिलेगी।
सभी नागरिकों को 8 अंकों का पहचान नंबर जारी होगा।
इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और डुप्लीकेट से की संभावना कम होगी।
सभी योजनाओं का लाभ एक ही पहचान पत्र से मिलेगा।
बार-बार दूसरे पहचान पत्र प्रमाण दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
पहचान पत्र के साथ वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, महिला पेंशन और दिव्यांग पेंशन योजना को जोड़ा गया है।