Last Updated on July 28, 2022 by Neha Raina
बंगाल में एसएससी घोटाले में लिप्त पार्थ चटर्जी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इन दिनों पार्थ चटर्जी ईडी कस्टडी में हैं और वहीं उनकी करीबी
अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से ईडी ने करोड़ों रुपए बरामद किए हैं। वहीं, अब ममता बनर्जी सरकार ने गुरुवार को पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को कैबिनेट से बाहर कर दिया है।
ममता बनर्जी सरकार ने गुरुवार को करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए पार्थ चटर्जी को उनके तीनों मंत्री पदों से हटा दिया। राज्य सचिवालय, नबन्ना में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया, जो 15 मिनट से भी कम समय तक चली। बैठक के तुरंत बाद, मुख्य सचिव, एच.के. द्विवेदी ने चटर्जी को हटाने पर एक अधिसूचना जारी की, जिनके पास वाणिज्य और उद्योग, संसदीय मामले और सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग थे।
सीएम
ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने कहा कि फिलहाल वह चटर्जी के तीनों विभागों की प्रभारी होंगी। उन्होंने कहा, “मैं शायद अब कुछ नहीं कर पाऊंगी, लेकिन जब तक कोई नई व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक मौजूदा स्थिति बनी रहेगी।” चटर्जी को उनकी पार्टी के पदों से हटाया जाएगा या नहीं, इस पर फैसला लेने के लिए गुरुवार शाम को तृणमूल
कांग्रेस की अनुशासन समिति की अहम बैठक होगी। नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर राज्य मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने कहा, “निर्णय अपरिहार्य है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से जो कुछ भी हो रहा है वह ना केवल चटर्जी की व्यक्तिगत छवि बल्कि पार्टी और राज्य सरकार की छवि को भी खराब कर रहा है। बैठक में मौजूद कैबिनेट के लगभग सभी सदस्यों ने उन्हें हटाने के लिए आवाज उठाई।”