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Corona के बहुत हल्के लक्षण वाले मरीज 6 शर्तों के साथ घर पर ही हो सकते हैं आइसोलेट, गाइडलाइन्स जारी
Last Updated on April 28, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संदिग्ध और हल्के लक्षणों वाले कोरोना रोगियों (Corona Patient) को घर पर ही सेल्फ-आइसोलेट (Self Isolate) होने की अनुमति प्रदान कर दी है। सरकार ने कहा है कि कोरोना वायरस के बहुत हल्के लक्षण वाले या प्री-सिम्प्टोमैटिक मरीज़ों के पास उनके आवास पर सेल्फ-आइसोलेशन की सुविधा उपलब्ध है तो वे घर पर ही खुद आइसोलेशन में रह सकते हैं। इसके लिए गाइडलाइन (Guideline) भी जारी की जा चुकी है।
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होम आइसोलेशन की 6 शर्तें
1- वेरी माइल्ड कैटेगरी में होने के साथ ही मरीज के घर पर सेल्फ-आइसोलेशन और परिवार के सदस्यों को क्वारंटाइन करने की सुविधा होनी चाहिए।
2- मरीज की 24 घंटे देखभाल के लिए कोई व्यक्ति होना चाहिए। मरीज जब तक आइसोलेशन में रहे, तब तक उसकी देखभाल करने वाले और अस्पताल के बीच संपर्क का जरिया होना चाहिए।
3- देखभाल करने वाले और मरीज के करीबी संपर्क वाले लोगों को डॉक्टर की सलाह से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा लेनी होगी।
4- आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा। इसे ब्लूटूथ और वाई-फाई के जरिए हर वक्त एक्टिव रखना जरूरी होगा।
5- मरीज को अपने स्वास्थ्य के बारे में डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर को नियमित जानकारी देनी होगी।
6- मरीज को गाइडलाइंस फॉलो करने की अंडरटेकिंग देनी होगी।
चिकित्सकीय देखभाल की कब जरूरत है : रोगी/देखभालकर्ता उनके स्वास्थ्य की निगरानी रखेगा। गंभीर संकेत या लक्षण विकसित होने पर आवश्यक तौर पर तत्काल चिकित्सकीय देखभाल की ओर ध्यान देना चाहिए। इनमें ये लक्षण हो सकते हैं-:
– सांस लेने में कठिनाई
– छाती में लगातार दर्द/दबाव
– मानसिक भ्रम या आक्रोश में असमर्थता
– होंठों/चेहरे के नीला पड़ जाना
– या चिकित्सा अधिकारी के द्वारा उपचार की सलाह दी जाती है
होम आइसोलेशन कब बंद करना है : यदि लक्षण नैदानिक रूप से समाप्त हो गए हों और निगरानी चिकित्सा अधिकारी द्वारा उसे परीक्षण के बाद संक्रमण से मुक्त होने के लिए प्रमाणित किया जाता है, तो वह होम आइसोलेशन बंद कर सकते हैं।