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सीजनल फ्रूट हमेशा सेहत के लिए लाभदायक ही होते हैं। आजकल मार्केट में नाशपाती (Pears) या उसकी एक वैरायटी बब्बूगोशा काफी आ रही है। ये खाने में तो स्वादिष्ट होता ही है साथ ही इसके फायदे भी काफी हैं। नाशपाती में पोटैशियम, विटामिन-सी, विटमिन-के, फिनालिक कम्पाउंड, फॉलेट, फाइबर, कॉपर, मैंगनीज, मैग्नीशियम जैसे कई विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। वैसे तो ये सभी के लिए फायदेमंद (beneficial) है, लेकिन डायबीटीज के मरीजों के लिए इसके काफी ज्यादा फायदे हैं जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं …
नाशपाती में मौजूद ऐंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant) और विटमिन-सी से इम्यूनिटी मजबूत होती है। विटमिन सी लंबे समय से प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि यह सफेद रक्त कोशिका उत्पादन और गतिविधि को उत्तेजित करता है।
डायबीटीज के मरीजों को अपना वजन भी नियंत्रित रखना होता है वरना उनकी समस्याएं बढ़ सकती हैं। नाशपाती सबसे कम कैलरी वाले फलों में से एक है। एक मध्यम आकार के 175 ग्राम नाशपाती में 100 कैलरी और 27 ग्राम कार्ब्स होते हैं। इसमें मौजूद फाइबर (Fiber) से पेट भरा हुआ महसूस होता है इसलिए जो लोग वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए नाशपाती अच्छा फल है।
टाइप 1 और टाइप 2 दोनों ही तरह के डायबीटीज के मरीजों के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना कई बार मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ट्रीटमेंट और दवाइयों के साथ-साथ डायट का भी ध्यान रखना पड़ता है ताकि शुगर लेवल (Sugar level) को नियंत्रित किया जा सके। ऐसे में नाशपाती में ऐसे कई गुण पाए जाते हैं जिस वजह से ये डायबीटिक लोगों के शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
नाशपाती से हमें दैनिक जरूरत का 18% फाइबर मिलता है। हाई फाइबर डायट का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) का लेवल कम होता है, शरीर का वजन कंट्रोल में रहता है और ब्लड शुगर का लेवल भी नियंत्रित रहता है। रिसर्च में यह बात साबित हो चुकी है कि फाइबर का सेवन करने से डायबीटीज होने का खतरा कई गुना कम हो जाता है और जिन लोगों को पहले से डायबीटीज है उनका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। लिहाजा डायबीटीज के मरीज भी नाशपाती आसानी से खा सकते हैं।
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