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दयाराम कश्यप, सोलन। एक तरफ जहां चुनाव आयोग (Election Commision) लोगों को मतदान करने के लिए जागरूक कर रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग वोट डाल सकें। वहीं, सड़क आदि मूलभूत सुविधाएं न मिलने से खफा लोग चुनाव के बहिष्कार (Boycott of elections) का ऐलान कर रहे हैं। ऐसा ही मामला कसौली में सामने आया है। सड़क नहीं तो वोट नहीं, वोट मांगकर खुद को शार्मिंदा ना करें। हाथ में यही पोस्टर बैनर लेकर लोगों ने विरोध जताया।
सड़क पर उतर कर उन्होंने लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में हिस्सा ना लेने का निर्णय लिया है। सब कुछ छोड़कर बुजुर्ग से लेकर बच्चे, महिला, पुरुष और युवा सड़कों पर उतर आए हैं। इन सबकी एक ही मांग है कि इनकी अधूरी सड़क (Road) को पूरा किया जाए। कसौली के गड़खल से गुनाई गांव के बीच के इन सभी लोगों ने थाप्पल गांव में बैठक आयोजित की। इसके बाद एकमत से निर्णय लिया कि जब तक उनकी अधूरी सड़क को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक वो अपनी वोट नहीं डालेंगे।
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