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बजटः बिंदल, धूमल बोले ऐतिहासिक, वीरभद्र और Kuldeep ने जताई निराशा
Last Updated on February 1, 2020 by Deepak
शिमला। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने केंद्रीय बजट (Central budget) को ऐतिहासिक करार दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्री वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट कई मायनों में अति वशिष्ठ है। किसानों के लिए 16 सूत्रीय फॉर्मूले का ऐलान किया है। साथ ही 2022 तक किसानों की आय दोगुनी की गई है। आईटी सेक्टर में बड़ा प्रयास किए जाने का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि करदाताओं के लिए भी बजट में राहत का ऐलान किया है। 5 लाख तक की सालाना आय पर अब कोई कर नहीं लगेगा।
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हमीरपुर में पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने भी केंद्रीय बजट को शानदार और संतुलित करार दिया है। धूमल ने कहा कि बजट से सभी वर्गों को लाभ पहुंचेगा। क्योंकि बजट में हर वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है। उन्होंने ने बजट का स्वागत करते हुए पीएम मोदी के साथ वित मंत्री निर्मला सीतारमण को भी बधाई दी। वहीं बजट को इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष राजीव शर्मा ने बेहतर बताया है। राजीव शर्मा ने कहा कि इस बार का बजट लो इनकम फैमिली के लिए है और पांच लाख से लेकर साढ़े सात लाख के स्लैब में दस प्रतिशत टैक्स लगाया गया है जबकि साढ़े सात लाख से दस लाख तक पन्द्रह प्रतिशत टैक्स लगाया गया है।
कुल्लू में बजट पर स्थानीय लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया रही। कुछ लोगाें ने बजट को सराहा तो कईयों ने इसे सिरे से नकार दिया। लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार के आम बजट से भले ही निजी क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों व आम जनता को राहत मिली हो लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार जो बजट पेश किया है उसमें देश की 65% आवादी में युवाओं को निराशा हाथ लगी है। बजट से देश के लाखों करोड़ों बेरोजगार युवाओं को यह बजट रास नहीं आया है।
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उधर हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने केंद्रीय बजट पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा है कि बजट में कुछ भी नया नहीं है। महज आंकड़ों को दर्शाते हुए बजट में केवल निजीकरण को प्रोत्साहन देने और सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में देने के स्पष्ट संकेत है। राठौर ने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था के सुधार के कोई कारगर उपाय बजट में नहीं है।रोजगार पर बजट ख़ामोश है। देश मे गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले कैसे एकाएक ऊपर हो गया, समझ से परे है। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों के विकास को भी पूरी तरह दरकिनार किया गया है।
क्या बोले वीरभद्र सिंह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने केंद्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था सुधरने वाली नहीं। एक बार जब अर्थतंत्र पटरी से बाहर हो जाए तो उसे पटरी पर लाने के लिए एक अर्थशास्त्र का ज्ञान होना बहुत ही आवश्यक है। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि इस सरकार से देश की अर्थव्यवस्था सुधरेगी। बजट में भी ऐसा कुछ नही है। देश बेरोजगारी और महंगाई की मार झेल रहा है। ओद्योगिक विकास ठप्प पड़ा है। छोटे उद्योग मंदी के कारण बंद पड़ गए हैं। उन्हें पुर्नजीवित करने के कोई उपाय बजट में नही है। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों के विकास को भी कोई प्रोत्साहन नही है। ऐसे में यह बजट न तो देश हित मे है। पूंजीपतियों को प्रोत्साहित तो कर रहा है पर सरकारी उपक्रमों की पूरी तरह अनदेखी है। इसलिए यह बजट पूरी तरह दिशाहीन है।