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Madhya Pradesh के इस गांव में निकले पीले मेंढक, देखकर दंग रह गए लोग
बरसात में मेंढक तो आपने बड़े देखे होंगे लेकिन मध्य प्रदेश से अनोखे मेढ़कों की तस्वीरें सामने आई है। एमपी के नरसिंहपुर जिले के एक तालाब में दुर्लभ प्रजाति के सैकड़ों मेंढक निकल रहे हैं। यह पीले रंग के मेंढक हैं जिन्हें देखकर किसान अपने-अपने हिसाब से अनुमान लगा रहे हैं। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के नरसिंहपुर जिले के आमगांव बड़ा में बरसात होते ही बड़ी संख्या में दुर्लभ प्रजाति के पीले रंग के मेंढक (Yellow frogs) देखे गए। इतनी भारी तादाद में गहरे पीले रंग के मेंढक देखकर आम लोगों में इनके जहरीले होने की आशंका हुई और लोग इनसे डरकर दूर भागने लगे। इन्हें मारने का प्रयास भी किया जाने लगा।
लोग इन दुर्लभ मेंढकों (Frogs) को देखकर आश्चर्य में थे और इनके ज़हरीले होने की आशंका के चलते डरे हुए भी थे जिसके चलते लोगों ने इन्हें नुक़सान पहुंचाने का प्रयास भी किया। जानकारी के अभाव में लोग इस दुर्लभ प्रजाति के मेंढक को जहरीला समझते हैं जबकि पर्यावरणविद् की मानें तो मेंढकों की यह दुर्लभ प्रजाति भारत में पाया जाने वाला इंडियन बुल फ्रॉग है जो प्रजनन काल में अपना रंग बदल कर गहरा पीला कर लेता हैं। इस वजह से लोग इसे जहरीला समझते हैं जबकि यह मेंढक बिलकुल ज़हरीले नहीं होते हैं।
किसानों के लिए भी लाभदायक, ईको फ़्रेंडली भी हैं
पर्यावरणविद आलोक तिवारी ने बताया कि दुर्लभ प्रजाति (Rare Species) का यह इंडियन बुल फ्रॉग किसानों के लिए भी लाभदायक है और ईको फ़्रेंडली भी है। हमें इससे डरने की आवश्यकता नहीं है बल्कि इस प्रजाति को सहेजने की ज़रूरत है। आलोक तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि जानकारी के अभाव और अज्ञानता के चलते लोग प्रकृति के ऐसे दोस्तों को नुक़सान पहुंचाने लगते हैं जो प्रकृति के लिए और हमारे लिए लाभदायक हैं। हमें ज़रूरत है कि बुल फ्रॉग जैसे दुर्लभ जीवों से डरें नहीं बल्कि इनका प्रकृति के लिए लाभ और जानकारी लोगों तक पहुंचाएं।