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हिमाचल अभी अभीः “हम भारत के लोग भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न समाजवादी, पंथ निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के साथ ही राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने का संकल्प लेते हैं”। ये शपथ गुरुवार को 71वें भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर प्रदेश भर में ली गई। आज ही के दिन सन् 1949 में भारतीय संविधान बनकर तैयार हुआ था। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को इसे पूरे देश पर लागू कर दिया गया। भारतीय संविधान के निर्माण में कुल दो वर्ष 11 माह और 18 दिन का समय लगा था। समाज को निष्पक्ष न्याय प्रणाली मिले तथा विभिन्न वर्गों के अंतर को बराबर कर देश की एकता व सामाजिक सन्तुलन बनाए रखने के लिए तत्कालीन विधि मंत्री व संविधान निर्माता की कानूनी एवं राजनैतिक योग्यता के कारण ही देश के प्रबल संविधान का निर्माण हुआ था।
राजधानी शिमला में भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर बचत भवन में शपथ समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने समारोह में उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई।
ऊना में संविधान दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान की सुरक्षा में अपना योगदान सुनिश्चित करने की शपथ दिलाई।
बर्फबारी के बीच तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ राम लाल मार्कंडेय काजा में अधिकारियों और कर्मचारियों को शपथ दिलाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आजादी के बाद डॉ भीम राव अंबेडकर सहित कई विद्वानों ने मिलकर भरतीय संविधान तैयार किया था। इसमें कई देशों के संविधान में वर्णित बातों को समाहित किया गया है।
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