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नई दिल्ली। आज के समय में पूरा विश्व कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट में आ चुका है। देश और प्रदेश लॉक डाउन (Lock Down) किए जा रहे हैं, वायरस की रोकथाम के लिए प्रशसन द्वारा कर्फ्यू (Curfew) लगाया जा रहा है। इस बीच भारत में रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी की अपील पर सुबह 7 बजे से शाम 9 बजे तक के लिए जनता कर्फ्यू लगाया गया। जो कि काफी सफल रहा। अब निर्वासित पीओके (POK) नेता डॉ अमजद अयूब मिर्ज़ा ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू को सराहनीय बताया है।
उन्होंने पाकिस्तान की स्थिति को लेकर कहा, ‘भारतीय डॉक्टरों और मेडिकल विशेषज्ञों की टीम को हमारी मदद के लिए भेजा जाना चाहिए, मैं लद्दाख के लोगों और भारत सरकार से हमारी मदद करने की अपील करता हूं।’ मिर्जा ने कहा कि पाकिस्तान में स्थिति, नेतृत्व की कमी और कोई राष्ट्रीय कार्य योजना नहीं होने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर है। कोरोना के रोगियों को आइशोलेसन में रखने के लिए Pok में भेजा जा रहा है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। इससे क्षेत्र में वायरस तेजी से फैलेगा। चीन और गिलगित बाल्टिस्तान के बीच की सीमा को बंद किया जाना चाहिए।
मिर्जा ने आगे कहा कि क्वरेंटाइन सुविधाओं के साथ-साथ टेस्ट किटों की भी गंभीर कमी है। ओसामा नाम से गिलगित का एक युवा डॉक्टर मरीजों का इलाज करते हुए कोरोना वायरस के कारण जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। जिन अस्पतालों में कोरोना वायरस रोगियों को रखा जा रहा है, उनमें मूलभूत सुविधाओं जैसे कि पानी और शौचालय का अभाव है। ऐसे में हमारे लिए भारत की तरफ से मदद बुलाई जानी चाहिए।
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