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सर्वदलीय बैठक में बोले PM मोदी- कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता
Last Updated on June 19, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) का आयोजन किया गया। इस बैठाक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वहां न कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख (Laddakh) में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत (India) माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही हैं। आज भारत की सेनाएं, अलग-अलग सेक्टर्स में, एक साथ मूव करने में भी सक्षम है। आज हमारे पास ये क्षमता है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता।
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हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते हैं, टोकते हैं तो तनाव बढ़ता है
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए बॉर्डर एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट को प्राथमिकता दी है। नए बने हुए इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से खासकर एलएसी में अब हमारी पेट्रोलिंग की क्षमता भी बढ़ गई है। बक़ौल पीएम, ‘इस कारण जिन क्षेत्रों पर पहले बहुत नजर नहीं रहती थी, अब वहां भी हमारे जवान अच्छी तरह से मॉनिटर कर पा रहे हैं। अब तक जिनको कोई पूछता नहीं था, कोई रोकता-टोकता नहीं था, अब हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते हैं, टोकते हैं तो तनाव बढ़ता है।’
हमने सेनाओं को यथोचित कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी हुई है
पीएम मोदी ने कहा कि बेहतर हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर से एक मदद ये भी मिली है कि हमारे जवान, जो उस कठिन परिस्थिति में वहां तैनात रहते हैं, उन्हें साजो-सामान पहुंचाने में, आसानी हुई है। साथियों, राष्ट्रहित, देशवासियों का हित हमेशा हम सभी की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि चाहे ट्रेड हो, कनेक्टिविटी हो, काउंटर टेरेरिज्म हो, भारत ने कभी किसी बाहरी दबाव को स्वीकार नहीं किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जो भी ज़रूरी कार्य हैं, जो भी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण है, उसे इसी तरह तेज गति से आगे भी किया जाता रहेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत, Peace और Friendship चाहता है, लेकिन अपनी Sovereignty की रक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। और आप सबने भी इसी भावना को प्रकट किया है। ऐसे में, हमने जहां एक तरफ सेना को अपने स्तर पर उचित कदम उठाने की छूट दी है, वहीं दूसरी तरफ डिप्लोमैटिक माध्यमों से भी चीन को अपनी बात दो टूक स्पष्ट कर दी है। निश्चित तौर पर, चीन द्वारा LAC पर जो किया गया है, उससे पूरा देश आहत है, आक्रोशित है। ये भावना हमारी इस चर्चा के दौरान भी आप सबके माध्यम से बार-बार दिखाई दी है।
पीएम ने आगे कहा कि मैं आप सभी को, सभी राजनीतिक दलों को फिर से ये आश्वस्त करता हूं कि हमारी सेनाएं, सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। हमने उन्हें यथोचित कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी हुई है। वहीं इस बैठक में शामिल होने के लिए तमाम दलों का आभार व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी ने इस बैठक के लिए अपना समय दिया, अपने मूल्यवान सुझाव दिए इसके लिए मैं सभी दलों का , आप सभी नेतृत्व गण का हृदय से बहुत बहुत आभार व्यक्त करता हूं।