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#AMU के शताब्दी कार्यक्रम में बोले #PM_Modi – सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास ही हमारा मूल मंत्र
नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने आज अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के शताब्दी कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए संबोधित किया।
पीएम मोदी (PM Narendra Modi ) ने इस दौरान AMU के योगदान की तारीफ की और साथ ही सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को याद दिलाया। पीएम मोदी ने संदेश दिया कि जो भी देश का है, वो देश के हर नागरिक का है और संविधान के तहत सभी को अधिकार मिले हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो देश का है, वो हर देशवासी है। मोदी ने कहा कि कुछ वक्त पहले AMU के एक पूर्व छात्र ने उनसे बात करते हुए बताया। कभी मुस्लिम बेटियों का स्कूल से ड्रॉप आउट रेट 70 फीसदी से अधिक था, कई दशकों से ऐसी ही स्थिति थी, लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के बाद अब ये घटकर 30 फीसदी तक रह गया है।
PM Shri @narendramodi addresses centenary celebrations of Aligarh Muslim University. https://t.co/CkQ2nyijjl
— BJP (@BJP4India) December 22, 2020
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा –
AMU के चांसलर ने उन्हें कुछ दिन पहले चिट्ठी लिख कोरोना वैक्सीन के मिशन के दौरान हर संभव मदद का भरोसा दिया है। AMU में एक मिनी इंडिया है, यहां उर्दू-हिन्दी-अरबी-संस्कृत पढ़ाई जाती है। यहां की लाइब्रेरी में कुरान है तो गीता-रामायण के अनुवाद भी हैं। AMU में एक भारत-श्रेष्ठ भारत की अच्छी तस्वीर है। यहां पर इस्लाम को लेकर जो रिसर्च होती है, उससे भारत का इस्लामिक देशों से संबंध अच्छा होता है।
AMU में भी अब 35 फीसदी तक मुस्लिम बेटियां पढ़ रही हैं। इसकी फाउंडर चांसलर की जिम्मेदारी बेगम सुल्तान ने संभाली थी। अगर महिला शिक्षित होती है, तो पूरी पीढ़ी शिक्षित हो जाती है। आज हमारी सरकार ने तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं की मदद करने का फैसला लिया।
मुझे बहुत से लोग बोलते हैं कि एएमयू कैंपस अपने आप में एक शहर की तरह है।
अनेक विभाग, दर्जनों हॉस्टल, हजारों टीचर-छात्रों के बीच एक मिनी इंडिया नजर आता है।
यहां एक तरफ उर्दू पढ़ाई जाती है, तो हिंदी भी। अरबी पढ़ाई जाती है तो संस्कृति की शिक्षा भी दी जाती है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/vkfYaCrezo
— BJP (@BJP4India) December 22, 2020
अभी कोरोना के इस संकट के दौरान भी AMU ने जिस तरह समाज की मदद की, वो अभूतपूर्व है। हजारों लोगों का मुफ्त टेस्ट करवाना, आइसोलेशन वार्ड बनाना, प्लाज्मा बैंक बनाना और पीएम केयर फंड में बड़ी राशि का योगदान देना, समाज के प्रति आपके दायित्वों को पूरा करने की गंभीरता को दिखाता है।
बीते 100 वर्षों में AMU ने दुनिया के कई देशों से भारत के संबंधों को सशक्त करने का भी काम किया है। उर्दू, अरबी और फारसी भाषा पर यहाँ जो रिसर्च होती है, इस्लामिक साहित्य पर जो रिसर्च होती है, वो समूचे इस्लामिक वर्ल्ड के साथ भारत के सांस्कृतिक रिश्तों को नई ऊर्जा देती है।
बिना किसी भेदभाव आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज संभव हुआ। जो देश का है वो हर देशवासी का है और इसका लाभ हर देशवासी को मिलना ही चाहिए, हमारी सरकार इसी भावना के साथ काम कर रही है।
पिछली शतब्दी में मतभेदों के नाम पर बहुत समय पहले ही जाया हो चुका है।
अब समय नहीं गंवाना है, सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/Emr5fwJ7fk
— BJP (@BJP4India) December 22, 2020
आज देश जो योजनाएं बना रहा है वो बिना किसी मत मजहब के भेद के हर वर्ग तक पहुंच रही हैं। बिना किसी भेदभाव, 40 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुले। बिना किसी भेदभाव, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को पक्के घर दिए गए। बिना किसी भेदभाव 8 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को गैस मिला।
सरकार higher education में number of enrollments बढ़ाने और सीटें बढ़ाने के लिए भी लगातार काम कर रही है।
वर्ष 2014 में हमारे देश में 16 IITs थीं। आज 23 IITs हैं। वर्ष 2014 में हमारे देश में 9 IIITs थीं। आज 25 IIITs हैं। वर्ष 2014 में हमारे यहां 13 IIMs थे। आज 20 IIMs हैं।
Medical education को लेकर भी बहुत काम किया गया है। 6 साल पहले तक देश में सिर्फ 7 एम्स थे। आज देश में 22 एम्स हैं। शिक्षा चाहे Online हो या फिर Offline, सभी तक पहुंचे, बराबरी से पहुंचे, सभी का जीवन बदले, हम इसी लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं।
समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं, लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो, तो हर मतभेद किनारे रख देने चाहिए।
जब आप सभी युवा साथी इस सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो ऐसी कोई मंजिल नहीं, जो हम हासिल न कर सकें।
– पीएम @narendramodi
— BJP (@BJP4India) December 22, 2020
आज पूरी दुनिया की नजर भारत पर है। जिस सदी को भारत की बताया जा रहा है, उस लक्ष्य की तरफ भारत कैसे आगे बढ़ता है, इसे लेकर सब उत्सुक हैं इसलिए हम सबका एकनिष्ठ लक्ष्य ये होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं।
पिछली शतब्दी में मतभेदों के नाम पर बहुत समय पहले ही जाया हो चुका है। अब समय नहीं गंवाना है, सभी को एक लक्ष्य के साथ मिलकर नया भारत, आत्मनिर्भर भारत बनाना है।