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Vikas Dubey की काली कमाई का खुलेगा राज, गैंगस्टर के पैसों का हिसाब रखने वाला जयकांत Arrest
Last Updated on July 20, 2020 by
नई दिल्ली। कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने अब उसके करीबी जयकांत वाजपेयी और उसके साथी प्रशांत शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि जयकांत वाजपेयी उर्फ जय वाजपेयी ही विकास दुबे के पैसों का हिसाब रखता था। जय की गिरफ्तारी से विकास दुबे की काली कमाई के सारे राज सामने आ सकते हैं। जय वाजपेयी की गिरफ्तारी पर कानपुर पुलिस का कहना है कि 2-3 जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में जय वाजपेयी और उसका साथी प्रशांत शुक्ला भी शामिल था। इन दोनों ने विकास दुबे की मदद की थी। 1 जुलाई को विकास दुबे ने जय वाजपेयी को फोन किया था और 2 जुलाई को जय और प्रशांत बिकरू गांव पहुंचे थे।
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कानपुर पुलिस के मुताबिक, 2 जुलाई को जयकांत वाजपेयी (Jayakant Vajpayee) ने विकास दुबे को 2 लाख रुपये और 25 रिवॉल्वर कारतूस दिए थे। आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद विकास दुबे और उसके गैंग को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए तीन लग्जरी गाड़ियों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन पुलिस की सक्रियता से वह अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाए। बताया जाता है कि आठ साल पहले जय वाजपेयी एक प्रिंटिंग प्रेस में 4000 की तनख्वाह पर नौकरी करता था। प्रिंटिंग प्रेस (Printing press) में नौकरी करने के दौरान ही वह विकास दुबे के संपर्क में आया। इसके बाद विकास के साथ मिलकर जय वाजपेयी विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त करने लगा। विकास दुबे, जय वाजपेयी के कहने पर बड़े निवेश करने लगा। इसमें जमीन में पैसे लगाने से लेकर ब्याज पर पैसे देने तक के कारोबार शामिल थे। विकास दुबे की काली कमाई का प्रबंधन करते-करते जय भी अकूत संपत्ति का मालिक बन गया। पुलिस का कहना है कि जय वाजपेयी के पास लखनऊ-कानपुर में अकूत संपत्ति है।
विकास दुबे की काली कमाई की जांच की जिम्मेदारी प्रवर्तन निदेशालय (ED) को सौंप दी गई है। ईडी विकास दुबे और उसके करीबी जय वाजपेयी की अवैध चल-अचल संपत्तियों, आर्थिक अपराध की कुंडली खंगालने जा रही है। ईडी इस बात की जांच करेगी कि विकास दुबे ने जय वाजपेयी के साथ मिलकर कहां और कितनी अवैध संपत्तियां बनाई। सूत्रों के मुताबिक, विकास दुबे और जय वाजपेयी के पास कानपुर के साथ-साथ उत्तराखंड, मुंबई, नोएडा में करीब दो दर्जन से ज्यादा प्लॉट और मकान हैं। जय ने दुबई और बैंकॉक में करीब 25 करोड़ के दो आशियाने खरीद रखे हैं। जय वाजपेयी कानपुर के एक बड़े उद्योगपति और विकास दुबे के लिए प्रॉपर्टी डीलिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का काम करता था।