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मोदी सरकार के कहने पर पुलिस ने शरजील के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया
Last Updated on January 27, 2020 by
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने दिल्ली के रिठाला में सोमवार को चुनावी रैली को संबोधित करते हुए जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम (Sharjeel Imam) पर करारा वार किया। यहां आयोजित रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि 2 दिन से एक शर्जील इमाम का वीडियो आपने देखा होगा कि नार्थ-ईस्ट को भारत से बाहर कर दो, शहर के अंदर 30% एक जाति इकट्ठी हो जाए, भारत के टुकड़े करने की बात इस शर्जील इमाम ने की है।
मैं आपको बताना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने दिल्ली पुलिस को कहकर देशद्रोह का मामला इसके विरूद्ध दर्ज कर दिया है।
मैं केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि क्या वो इसे पकड़ने के पक्ष में हैं या नहीं: श्री @AmitShah
— BJP (@BJP4India) January 27, 2020
उन्होंने आगे कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने दिल्ली पुलिस को कहकर देशद्रोह का मामला इसके विरूद्ध दर्ज कर दिया है। मैं केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि क्या वो इसे पकड़ने के पक्ष में हैं या नहीं। उन्होंने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक प्रताड़ित अल्पसंख्यकों के लिए मोदी जी CAA लेकर आएं तो केजरीवाल बोलते हैं कि बीजेपी को पाकिस्तानियों की चिंता है। शर्म करो केजरीवाल, चुल्लू भर पानी में डूब मरो।
LIVE: HM Shri @AmitShah addresses a public meeting in Rithala, Delhi. https://t.co/Vt4ZTwGX3Y
— BJP (@BJP4India) January 27, 2020
केन्द्रीय गृह मंत्री ने आगे कहा कि जब से विभाजन हुआ है तब से दिल्ली में लाखों शरणार्थी आए हैं, वो लोग हमारे हैं। हमारे भाई-बहन हैं, उनकों आप पाकिस्तानी कहते हो, शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी जी के शासन में ये अधिकार सबको है, केजरीवाल जी आपको भी है, गाली देनी है तो हमें दे दो या हमारी पार्टी को दे दो। लेकिन अगर कोई भारत माता के टुकड़े करने की बात करेगा, तो आपको जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा। शाह ने आगे कहा कि कुछ समय पहले JNU में नारे लगे ‘भारत तेरे टुकड़े हो एक हजार’। मोदी जी ने इन नारे लगाने वालों को उठाकर जेल में डाल दिया, लेकिन ये कहते हैं कि उन्हें वाणी की स्वतंत्रता का अधिकार है।