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![Polio affected wrestlers bheem fought bravely with other wrestlers in local wrestling tournament in bilaspur](https://himachalabhiabhi.com/wp-content/uploads/2024/01/Polio-affected-wrestlers-bh.jpg)
Amazing: एक पैर पोलियोग्रस्त; लेकिन कुश्ती का जज्बा और हुनर बरकरार, नाम है भीम
सुभाष चंदेल/ स्वारघाट। बिलासपुर जिले (Bilaspur District) के चंगर इलाके में इन दिनों कुश्ती (Wrestling) की धूम है। स्थानीय पहलवानों के साथ बाहर के पहलवान भी जोर-आजमाइश के लिए पहुंच रहे हैं। इन्हीं में एक नाम पहलवान भीम (Wrestler Bheem) का भी है। पोलियो (Polio) के कारण एक पैर काम नहीं करता, लेकिन ताकत और बड़े पहलवानों को भी चित करने का जज्बा ऐसा कि लोग दांतों तले उंगलियां दबाने पर मजबूर हो जाएं।
जिले के छिंज मेलों में भाग लेने वाले पहलवान भीम के दांव-पेंच के फिदा हैं। चंगर क्षेत्र की कौड़ावाली पंचायत के साथ लगते बलौली के निवासी भीम को बचपन से ही पहलवानी का बड़ा शौक था। लेकिन एक पैर के पोलियोग्रस्त होने से वे बैसाखी पर चलने लगे। लेकिन भीतर से कुश्ती का जज्बा कम नहीं हुआ। सोमवार को भी वे कुश्ती के अखाड़े (Wrestling Tournament) में उतरे, लेकिन पैर ने साथ नहीं दिया। वे चित हो गए, लेकिन कभी न होर मानने के उसी उत्साह के साथ फिर उठे और दोबारा अखाड़े में उतर गए।
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