Home » News » लाहुल में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड टीम की दबिश, जांचे होटल
लाहुल में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड टीम की दबिश, जांचे होटल
Update: Saturday, May 19, 2018 @ 1:48 PM
कुल्लू। पर्यटन सीजन शुरू होते ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी हरकत में आ गया है। इन दिनों बोर्ड की टीम लाहुल घाटी के पर्यटन संस्थानों की जांच में जुटी है। टीम ने कोकसर से होटल और कैंपों की शौचालयों, गारबेज नियंत्रण सिस्टम और अन्य जरूरी तकनीकी पहलुओं की जांच शुरू की। रोहतांग टनल के बाद घाटी में पर्यटन की संभावनाओं के मध्यनजर कई लोग टूरिज्म उद्योग की तरफ आए हैं। लिहाजा घाटी में होटल निर्माण के साथ कैंप स्थापित किए जा रहे हैं।

बोर्ड के सहायक अभियंता प्रदीप मौदगिल ने बताया कि लाहुल घाटी अभी टूरिज्म के लिहाज से वर्जिन वैली है। रोहतांग टनल के बाद घाटी में पर्यटन की आपार संभावना है।
कहा कि पर्यटन के साथ पर्यावरण संरक्षण का ख्याल करना बेहद जरूरी है। लिहाजा एनजीटी के निर्देश पर बोर्ड की टीम होटल, कैंपों के अलावा अन्य पर्यटन से जुडे़ व्यवसायिक संस्थानों की प्रदूषण नियंत्रण के पैरामीटर के आधार पर जांच कर रहे हैं। पर्यटन कारोबारियों को बताया जा रहा है कि डिग्रेडेबल और नॉन डिग्रेडेबल गारबेज को किस तरह एकत्रित किया जाना है। शौचालयों की व्यवस्थागत ढांचे को किस तहर तैयार करना है।
मोदगिल ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण के मापदंडों पर खरा उतरने के बाद ही पर्यटन से जुडे़ संस्थानों को चलाने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि अभी तक के जांच में कैंप और होटल मापदंडों के मुताबिक चल रहे हैं। मोदगिल ने घाटी के तमाम होटल और कैंप संचालकों से अपील की है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मापदंडों को दरकिनार न करें। टीम में अधीक्षक बालकराम डोगरा भी शामिल हैं। लाहुल होटल संघ के अध्यक्ष वीर सिंह, महासचिव नोरबू थोलगपा, सचिव टषी बारोंगपा और कोषाघ्यक्ष शरब ज्ञलसन ने कहा कि पर्यटन कारोबारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों के मुताबिक ही होटल तथा कैंपों का निर्माण कर रहे हैं।