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शिमला। हिमाचल में पिछले दिनों हुई बर्फबारी (Snowfall) से कई सड़कें बंद हो गई और कई क्षेत्रों में बिजली ट्रांसफार्मर (Electricity Transformer) क्षतिग्रस्त हो गए। बिजली लाइनों के बाधित होने और टूटने से कई क्षेत्रों में अंधेरा पसर गया। हालांकि बिजली कर्मी भारी ठंड के बावजूद फिल्ड में उतरे और बिजली लाइनों को ठीक करने में जुटे रहे। राजधानी शिमला (Shimla) के जुन्गा क्षेत्र में भी भारी बर्फबारी से बिजली की लाइनें टूट गईं थी, लेकिन बोर्ड कर्मचारियों ने दिन रात कार्य करके जुन्गा क्षेत्र में 48 घंटे के भीतर विद्युत आपूर्ति बहाल करके एक अनूठी मिसाल पेश की है। गौरतलब है कि भारी बर्फबारी के कारण जुन्गा उपतहसील की सात पंचायतों में ब्लैक ऑउट (Black Out) हो गया था। जिसमें विशेषकर ग्राम पंचायत कोटी, कूफरी, जनेडघाट, सतलाई, पीरन, बलोग, दरभोग इत्यादि पंचायतों में जनजीवन प्रभावित हो गया था।
मोबाइल (Mobile) संचार सेवा बंद होने के कारण लोगों का आपसी संपर्क भी टूट गया था।ऐसे में कनिष्ठ अभिंयता विद्युत जुन्गा ओमीचंद शर्मा 35 कर्मचारियों की टीम के साथ फील्ड में उतरे और भूखे प्यासे ठंड में विद्युत आपूर्ति बहाल करने में डट गए। अधिशासी अभियंता विद्युत मंडल शिमला प्रताप सिंह सिंधोली ने बताया कि भारी बर्फबारी के कारण आठ स्थानों पर एचटी लाइनें (HT Lines) क्षतिग्रस्त हुई थीं। उन्होंने बताया कि स्टाफ की कमी के बावजूद भी बोर्ड में उपलब्ध फील्ड स्टाफ ने बड़ी मेहनत करके अस्थाई तौर पर लाइने खड़ी कर दी हैं, ताकि लोगों को कोई असुविधा ना हो। इनका कहना है कि लाइनों की मुरम्मत का कार्य जारी है। सिधोली का कहना है कि लोगों को अबाधित विद्युत आपूर्ति उपलब्ध करवाने के प्रति बोर्ड प्रतिबद्ध है और प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए बोर्ड के कर्मचारी सदैव तैयार रहते हैं।
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