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लोकिन्दर बेक्टा/ शिमला। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की आज यहां हुई बैठक में पार्टी के खिलाफ काम करने वालों का मामला गूंजा। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि कई इलाकों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काम किया है और कई स्थानों पर वरिष्ठ नेता तक इसमें शामिल रहे हैं। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष को इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और उन्हें फिर वापस पार्टी में नहीं लेना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अगुवाई में हुई पार्टी की समीक्षा बैठक में पार्टी के राज्य पदाधिकारी, जिला व ब्लॉक अध्यक्षों के साथ-साथ विधानसभा चुनाव में उतरे उम्मीदवार और अग्रणी सगंठनों के अध्यक्ष मौजूद थे।
बैठक में पदाधिकारियों के संबोधन के दौरान भितरघात का दर्द खूब झलका और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग उठी, जिन्होंने पार्टी के खिलाफ काम किया। हालांकि बैठक में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि उम्मीदवार और ब्लॉक के नेता पार्टी के खिलाफ काम करने की शिकायत ऐसी न हो कि जो किसी के हितों से टकराती हो। उन्होंने यह भी कहा था कि जिस नेता की शिकायत आई है और पोलिंग बूथ से लीड नहीं मिलती तो पार्टी कार्रवाई कर सकती है। इस पर भी कुछ सदस्यों ने कहा कि यह पैमाना सही नहीं है, क्योंकि खिलाफ काम करने वाले कई तरह से नुकसान पहुंचा रहे थे।
बैठक में सुंदरनगर संगठनात्मक जिला कांग्रेस के अध्यक्ष पवन ठाकुर ने एक पूर्व मंत्री पर हमला बोला और कहा कि उन्होंने जो आरोप लगाया कि पैसे से टिकट लिया गया है, सरासर गलत है। उनका कहना था कि इसकी उनके पास सीडी है और वे इनके खिलाफ मानहानि का दावा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके जिले में पार्टी के खिलाफ कोई एंटी इंकमबैंसी नहीं थी। उन्होंने कहा कि जिन्हें पार्टी से बाहर किया गया है, उन्हें वापस न लिया जाए। उन्होंने कहा कि वे बिना पैसे से चुनाव में उतरे थे और आज वे सीट निकालने की स्थिति में है।
बैठक में सिरमौर जिलाध्यक्ष अजय सोलंकी ने कहा कि हिमाचल में फिर कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछली बार एक सीट थी और इस बार रोचक मुकाबला है और कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की और हर कार्यकर्ता खुद उम्मीदवार था। नाहन चुनाव में बीजेपी में बहुत पैसा बहाया और कांग्रेस को पैसे की कमी थी। नाहन में शराब की गाड़ियां पकड़ी, लेकिन पुलिस ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की, जबकि इसकी वीडियोग्राफी भी की गई। फिर भी प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बैठक में आरोप लगाया कि बीजेपी ने खुलकर शराब बांटी और पैसा बांटा। उन्होंने कहा कि जिसने खिलाफत की, उस पर जरूर कार्रवाई की जाए।
शिमला जिला कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने कहा कि कार्यकर्ताओं में इस बार गजब का जोश था और वे मतदाताओं के घर घर पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि इसके दम पर पार्टी फिर सत्ता में आ रही है। बीजेपी ने झूठा प्रोपोगंडा किया और पीएम मोदी तक को यहां कई रैलियां करनी पड़ी, लेकिन सीएम वीरभद्र सिंह ने बीजेपी को कड़ा जवाब दिया और उनकी मेहनत के बूते कांग्रेस फिर सरकार बनाएगी। वहीं, नूरपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि उनके जिले की चारों सीटों को कांग्रेस जीतने जा रही है। उनका कहना था कि नुरपूर से विजय की आंधी चलेगी और शिमला तक पहुंचेगी। हमीरपुर के जिलाध्यक्ष नरेश ठाकुर ने कहा कि उनके जिले में सभी उम्मीदवार मजबूत थे और मजबूती से चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सीएम पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को घोषित किया था, लेकिन उसका भी वहां कोई असर नहीं दिखा। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस की सरकार बनाने में हमीरपुर जिले का अहम रोल अदा करेगा।
शिमला शहरी के अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि वे चाहते हैं कि कांग्रेस की फिर सरकार बने, लेकिन कांग्रेस को गुटबाजी की बीमारी लगी है और यहां पर भी इसका असर था। यहां पार्टी के खिलाफ बगावत हुई और उम्मीदवार उतरा। उन्होंने कहा कि बीजेपी यहां जिन मुद्दों को लेकर आई उस पर भी बात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस पर सोचना चाहिए, कि ये मुद्दे क्यों उठे। उन्होंने कहा कि शिमला शहर में आजाद उम्मीदवार उतरने से वोटों का डिवीजन हुआ और उसका असर हुआ है। उन्होंने कहा कि पार्टी को इस पर सोचना चाहिए और आगे कैसे कार्य करना है, उस पर ध्यान देना है। उधर, ऊना विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल रायजादा ने कहा कि जिन लोगों ने काम नहीं किया, जब वे सरकार बनने पर आगे आते हैं तो नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीजेपी उम्मीदवार सत्ती के साथ बैठक की है। इससे नुकसान होता है और ऐसे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
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