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हमीरपुर। गुड़िया मर्डर मामले में पुलिस हिरासत में हुई आरोपी की मौत पर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने प्रदेश सरकार की नीयत पर शक करते हुए प्रदेश में कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात के लिए सरकार को बर्खास्त कर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। वहीं इस सारे प्रकरण में प्रदेश सरकार के नकारात्मक रवैये पर धूमल ने सरकार की मिली भगत के आरोप भी लगाए हैं।
हमीरपुर में प्रेम कुमार धूमल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आरोपी की पुलिस हिरासत में हुई मौत का मामला गर्मा गया है और इसी के चलते कल बीजेपी द्वारा जिला शिमला बंद का आवाहन किया गया है और 21 जुलाई को प्रदेश के हर जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
धूमल ने कहा कि सरकार द्वारा मामले को सीबीआई में लेकर जाने के लिए हाईकोर्ट में दायर याचिका पर भी कई सवाल किए। उन्होंने कहा कि सरकार बिना औपचारिकताएं पूरी किए सीबीआई को केस देने की बात कर रही है जोकि पल्ला झाड़ने के समान है। धूमल ने पुलिस द्वारा एक ही कोठरी में दो अपराधियों को रखने पर भी सवालिया निशान लगाए और कहा कि आभास हो रहा है कि पुलिस मामले को उलझाने का काम कर रही है। सीएम वीरभद्रसिंह के आए दिन बदलते रहे बयानों पर धूमल ने कहा कि सीएम अपना त्यागपत्र दें और इस मामले की जांच निष्पक्षता से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तथ्यों को दबाने का काम नहीं होना चाहिए।
धर्मशाला। पुलिस हिरासत में गुड़िया मर्डर केस के आरोपी की हत्या के बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए। सीएम वीरभद्र सिंह को तुरंत उनके पद से हटाया जाना चाहिए। यहां जारी प्रेस बयान में पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मानकोटिया ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला है। मानकोटिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम वीरभद्र सिंह दिल्ली में चल रहे ईडी व सीबीआई मामलों में इतना उलझ गए हैं कि वे सरकार ही नहीं चला पा रहे हैं, जिस कारण प्रदेश में कानून व्यवस्था का दिवाला निकल गया है।
उन्होंने कहा कि पहले मंडी में वन रक्षक की मौत व उसके बाद मासूम गुड़िया के साथ दुराचार और उसकी निर्मम हत्या ने हर किसी को अंदर से हिला कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि सीएम की नाकामी की वजह से लाखों लोगों को न्याय के लिए रोज सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह मामला पहले ही संवेदनशील बना हुआ है, लेकिन बावजूद इसके पुलिस कस्टडी में एक आरोपी की मौत हो जाना अपने आप मे कई सवाल पैदा करती है। उन्होंने कहा कि शांति प्रिय प्रदेश के लोग आज दहशत में है, लेकिन सीएम इस क़ानून-व्यवस्था को दरुस्त रखने की बजाय आरोप प्रत्यारोप में लगे हुए है।
मानकोटिया ने कहा कि प्रदेश के हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ रहे है आज लोग गुस्से में आकर पुलिस थानों पर पथराव करने व आग लगाने पर मजबूर हो गए है। हिमाचल में पहली दफा हुआ होगा, जब पुलिस को भीड़ पर काबू पाने के लिए हवाई फायर तक चलाने पड़े। उन्होंने कहा कि इससे पहले की मामला और बिगड़े तथा लोगों का आक्रोश उग्र हो सीएम वीरभद्र सिंह को अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात तो बिहार में लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल में भी नहीं बिगड़े थे, जितने आज हिमाचल के हो गए हैं। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति से भी सीएम को हटाने व राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
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