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हमीरपुर। अभी बहुत पुरानी बात नहीं हुई जब अनुराग ठाकुर बीसीसीआई अध्यक्ष बनकर अपने समीरपुर स्थित घर पहुंचे थे तो उनके पिता नेता विपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने उन्हें गले लगाया तो आंखों में पानी भर आया था। उस वक्त एक पिता का सीना चौड़ा हो गया और पिता की आंखों में खुशी के आंसू भर आए।
आज जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला बीसीसीआई के खिलाफ आया तो उस वक्त भी धूमल एक पिता बनकर यही बोले कि अनुराग ने हमेशा खेलों को बढ़ावा दिया है, सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला आया है वह व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है बल्कि बीसीसीआई अध्यक्ष और सचिव पद को लेकर है।
हिमाचल अभी अभी से समीरपुर स्थित आवास पर बातचीत करते हुए धूमल ने कहा कि बीसीसीआई के फैसले अध्यक्ष नहीं लेते बल्कि एक गवर्निंग बॉडी लेती है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अकेले बीसीसीआई केस की ही सुनवाई नहीं करती बल्कि हर केस की वहां सुनवाई होती है। इसलिए कोर्ट के मामले में ज्यादा टिप्पणी ठीक नहीं। उनसे पूछा गया कि कांग्रेस इसे चुनावी मुद्दा बना सकती है तो आप क्या करेंगे। उनका कहना था कि अनुराग ने कोई गलत काम नहीं किया वह तो खेलों को बढ़ावा देते रहे हैं। जहां तक चुनावी मुद्दे की बात है तो वह कांग्रेस का भ्रष्टाचार होगा। खैर धूमल ने आज जो कुछ भी कहा उसमें नेता विपक्ष के बजाए पिता कहीं ज्यादा नजर आ रहे थे।
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