-
Advertisement
China को कड़ा संदेश! India के साथ युद्धाभ्यास में पहली बार शामिल होंगे US, ऑस्ट्रेलिया और जापान
Last Updated on July 11, 2020 by Deepak
प्रशांत क्षेत्र के साथ-साथ हिंद महासागर में परेशानी बन रहे चीन (China) को रोकने के लिए चार बड़ी शक्तियां मालाबार में साथ आने को तैयार हैं। अगर ऐसा हुआ तो ये चीन को एक बड़ा संदेश होगा। इस साल के मालाबार नौसैनिक युद्धाभ्यास (Malabar exercise) के लिए ऑस्ट्रेलिया को जल्द ही भारत का तरफ से न्योता भेजा जा सकता है। इसके साथ ही पहली बार अनौपचारिक रूप से बने क्वॉड ग्रुप को सैन्य मंच पर देखा जाएगा। इसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ जापान और अमेरिका भी शामिल हैं। अभी तक भारत ने ऑस्ट्रेलिया (Australia) को इससे अलग ही रखा हुआ था लेकिन लद्दाख सीमा पर चीन (China on Ladakh border) की करतूत को देखते हुए उसे भी बुलाने का प्लान है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगले हफ्ते तक ऑस्ट्रेलिया को औपचारिक रूप से निमंत्रण के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है।
यह भी पढ़ें: अरुणाचल में Army का बड़ा ऑपरेशन, छह आतंकी मार गिराए, Chinese हथियार हुए बरामद
भारत ने वर्ष 2017 में ऑस्ट्रेलिया को इसमें शामिल करने से यह सोचते हुए रोक दिया था कि चीन इसे सैन्य विस्तार के तौर पर देख सकता है लेकिन सीमा पर बढ़ी तनातनी को देखते हुए आखिरकार भारत ने अपना रुख कड़ा कर लिया है। लद्दाख में हिंसा से पहले भारत ने अपने सबसे बड़े ट्रेड-पार्टनर चीन के साथ अपने संबंध संतुलित रखने की कोशिश की और दूसरी ओर अमेरिका जैसे देशों के साथ भी संबंध मजबूत किए। मालाबार एक्सरसाइज की शुरुआत भारतीय और अमेरिकी नेवी (American navy) के बीच वर्ष 1992 में हुई। वर्ष 2015 में जापान भी इसका स्थायी सदस्य बन गया। पिछले कुछ वर्षों से ऑस्ट्रेलिया भी इसमें शामिल होना चाहता है। पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ा है। पिछले महीने ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के साथ वर्चुअल समिट के दौरान कई अहम समझौते किए थे। भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया के साथ भी चीन की तनातनी है।