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Mid-Day Meal को और पौष्टिक बनाने की तैयारी, मेधावी स्टूडेंट को Laptop आवंटन के आदेश जारी
Last Updated on February 11, 2020 by Deepak
शिमला। हिमाचल के सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट के लिए मिड-डे मील (Mid-Day Meal) अब और ज्यादा पौष्टिक (Nutritious) होगा। मिड-डे मील को डबल फोर्टिफाइड नमक (आयरन व आयोडीन युक्त) और फोर्टिफाइड एडिबल ऑयल (विटामिन ए और डी) में पकाया जाएगा। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज की अध्यक्षता में आयोजित प्री-बजट बैठक में यह निर्णय लिया गया है। विभाग इसके लिए सरकार से अतिरिक्त बजट मांगेगा। मिड-डे मील के लिए 90 फीसद बजट केंद्र सरकार से आता है जबकि 10 फीसद बजट प्रदेश सरकार देती है। प्रदेश में 15,5,16 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा तक 4,97,774 विद्यार्थी नामांकित हैं जिन्हें मिड-डे मील परोसा जाता है।
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वहीं, शिक्षा विभाग ने 9700 मेधावी स्टूडेंट को लैपटॉप (Laptops to Meritorious Students) आवंटन के आदेश जारी किए हैं। सभी शिक्षा उप निदेशक कार्यालय में लैपटॉप पहुंच चुके हैं। शिक्षा उप निदेशक इनका आवंटन अपने स्तर पर करेंगे। बजट सत्र शुरू होने से पहले ही लैपटॉप का आवंटन का काम पूरा करने की तैयारी है। बैठक में निर्णय लिया गया कि स्कूलों में स्टूडेंट को स्मार्ट वर्दी, मेधावी छात्रों को लैपटॉप, मुफ्त बैग, किताबों को देने की योजनाओं को इस सत्र में भी जारी रखा जाएगा। स्कूल बैग उन्हीं तीन कक्षाओं को दिए जाएंगे जिनकी घोषणा की गई थी। इस साल बजट में इन सभी योजनाओं को शामिल किया जाएगा।
स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) शिक्षक स्कूलों में सेवाएं देंगे या नहीं, इस पर भी बैठक में चर्चा हुई। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक रोहित जमवाल की ओर से सरकार को एसएमसी शिक्षकों के मामले में जवाब भेज दिया गया है। विभाग इस मसले पर अभी कानूनी राय ले रहा है। सूत्रों के मुताबिक जवाब में कहा गया है कि इन शिक्षकों की सेवाओं को जारी रखने की अनुमति तब मांगी गई थी क्योंकि इन्हें यदि हटा दिया जाता है तो स्कूलों में शिक्षकों की कमी खलेगी।