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attendance: शिमला। शिक्षा विभाग में निजी कंपनी नाइलिट के माध्यम से तैनात किए गए कंप्यूटर शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इसकी शिकायतें बार-बार विभाग को मिली है। इन शिक्षकों को समय पर वेतन न मिलने के पीछे कारण इनकी हाजिरी समय पर संबंधित कंपनी को न जाना है। उच्च स्तर तक इसकी बात पहुंचने के बाद शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव (शिक्षा) अपने विभाग के अफसरों को लताड़ लगाई है। प्रधान सचिव ने सभी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के प्रिंसिपलों और स्कूल के प्रभारियों से कहा है कि मामले में किसी भी सूरत में ढिलाई सहन नहीं होगी।
वहीं, विभाग के निदेशक ने इस संबंध में सभी प्रिंसिपलों को पत्र भेज कर हिदायतें भी जारी की हैं। निदेशक ने अपने पत्र में लिखा है कि विभाग को इस बात की सूचना मिली है कि कुछ स्कूलों के प्रिंसिपल आईटी शिक्षकों की हाजिरी को भेजने में किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए।
निदेशक ने पत्र में लिखा है कि बार-बार आगाह करने के बाद भी कुछ स्कूलों के प्रिंसिपल और स्कूलों के प्रभारी आईटी शिक्षकों की हाजिरी समय पर भेजने में देरी कर रहे हैं। स्कूल के प्रिंसिपलों के हाजिरी नाइलिट कंपनी को भेजनी है, लेकिन कहा जा रहा है कि हाजिरी समय पर नहीं मिल रही। इस कारण इन शिक्षकों को कंपनी की तरफ से समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इसे देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशक ने सभी प्रिंसिपलों को पत्र जारी कर हिदायत दी है कि इसमें किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
उन्होंने सभी प्रिंसिपलों से कहा है कि वे संबंधित कंपनी को आईटी शिक्षकों की हाजिरी को हर माह की पहली तारीख को हर सूरत में भेजें, ताकि उन्हें समय पर वेतन मिल रहे। उन्होंने चेतावनी दी है कि इस कार्य में कोताही बरतने वाले प्रिंसिपलों के खिलाफ अब अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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