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शिमला। घणाहट्टी स्थित आदर्श कंडा जेल से भागे अंडर ट्रायल तीन कैदियों ने इस जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा दिए हैं। सबसे सुरक्षित समझी जाने वाली इस जेल में कई खूंखार कैदी रखे हुए हैं और इससे मंगलवार रात तीन कैदी वहां से फरार हो गए। हैरानी वाली बात यह है कि यह पूरी जेल अभी तक सीसीटीवी की निगरानी में नहीं हैं। इससे इन कैदियों को पकड़ने में दिक्कत हो रही है। जानकारी के मुताबिक इन कैदियों ने बैरक का सरिया काटा और फिर बाहर निकलकर दूसरे निर्माणाधीन भवन में पहुंचे और यहां से पाइप के सहारे 16 फीट ऊंची दीवार को फांद कर फरार हो गए। ये कैदी नंगे पांव भागे हैं और उनके जूते और चप्पल वहीं पर है।
बताते हैं कि रात को 10.30 बजे तक ये तीनों कैदी बैरक में ही थे। सुबह 4.15 पर देखा तो ये तीनों कैदी वहां पर नहीं थे, जबकि बैरक के बाहर दो संतरी सुरक्षा में तैनात थे, लेकिन फिर भी ये कैदी भाग गए। ऐसे में मामला सीधा-सीधा लापरवाही का है। ये कैदी जिधर भागे हैं, वहां जंगल है और इसमें खोजबीन की जा रही है। पुलिस की कई टीमें इसमें जुट गई है और नाके भी लगा दिए गए हैं।
इन कैदियों के भागने की खबर मिलते ही डीजी जेल ने ड्यूटी पर तैनात दोनों संतरियों को सस्पेंड कर दिया और एसपी जेल को जांच करने को कहा। एसपी जेल भी कंडा जेल पहुंच गए और मामले की छानबीन में जुट गए। उन्होंने वहां कर्मचारियों से पूछताछ की और उनके बयान रिकार्ड किए हैं। उधर, अभी तक यह जेल पूरी तरह से सीसीटीवी से कवर नहीं है। इस घटना के बाद पुलिस के कान खड़े हुए हैं और अब पूरे परिसर को इसके दायरे में लाने की बात की जा रही है। उधर, जेल अधीक्षक सुशील कुमार ठाकुर ने कहा कि ये कैदी कैसे भागे, यह तो जांच का विषय है और जांच चल रही है, लेकिन ड्यूटी पर तैनात संतरियों की लापरवाही स्पष्ट है।
उन्होंने कहा कि जेल का पूरा परिसर सीसीटीवी की निगरानी में नहीं है। अभी जेल का प्रशासनिक ब्लॉक और कुछ अन्य स्थान सीसीटीवी की निगरानी में है, लेकिन जहां से कैदी भागे हैं, वहां पर सीसीटीवी नहीं थे। अब सारे परिसर को सीसीटीवी की निगरानी में लाया जा रहा है। उनका कहना था कि जेल से कैदियों का भागना सरासर कोताही है।
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