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ऊना। बस स्टैंड ऊना (Bus Stand Una )का संचालन करने वाली कंपनी की मनमानी के खिलाफ निजी ऑपरेटरों ने आवाज बुलंद कर दी है। गुरुवार को कंपनी द्वारा बस स्टैंड के प्रत्येक रूट पर 100 रुपए वसूलने के फरमानों को लेकर गुस्साए निजी बस ऑपरेटरों (Private Bus Operators) ने प्रबंधन के कार्यालय में जाकर जमकर नारेबाजी की। वहीं बस स्टैंड में भी प्रबंधक, सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। निजी बस आप्रेटर यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर बस स्टैंड प्रबंधन द्वारा जारी किए नए फरमानों को रद्द न कियाए तो सड़कों पर उतरने के साथ-साथ बलिदान देने से पीछे नहीं हटेंगे।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष राजेश पराशर राजू ने कहा कि नंवबर माह में आईबीएसटी बस स्टैंड के शुरू होते ही पर्ची का शुल्क 100 रुपए तय किया गया। लेकिन अब दो माह के बाद ही नए बस स्टैंड प्रबंधन नए फरमान जारी कर रहे हैं, जिसके तहत बसों के प्रत्येक रूट पर 100 रुपए शुल्क लिया जाएगा जिसका निजी ऑपरेटर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी बसें लंबे रूट पर चलती हैए लेकिन प्राईवेट बसें छोटे-छोटे रूट पर चलती हैं। जो कि एक दिन में करीब पांच से छह बार बस स्टैंड में प्रवेश करती हैं। हर बार 100 रुपए शुल्क देना ठगने का प्रयास है।
राजू ने कहा कि उत्तर भारत के किसी भी बस स्टैंड में ऐसा नहीं है। उधर, जिलाध्यक्ष पवन ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार द्वारा बनाए गए आईबीएसटी बस स्टैंड को अभी दो माह ही हुए हैं और बस स्टैंड के ठेकेदार ने फरवरी माह से बसों की पर्ची प्रति चक्कर के हिसाब से लेने के फरमान जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर ठेकेदार ने हमारे साथ धक्का कियाए तो ठेकेदार की ईंट से ईंट बजा देंगे जिसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन व सरकार की होगी।
बस स्टैंड के जीएम परवेश का कहना है कि सरकार द्वारा समझौता हुआ है कि बस स्टैंड में प्रत्येक रूट पर बसों से 100 रुपए की पर्ची ली जाएगी। उन्होंने कहा कि बस स्टैंड के शुरू होने पर रूट के हिसाब से शुल्क नहीं लिया जाता थाए लेकिन फरवरी माह से प्रति रूट के हिसाब से 100 रुपए की पर्ची ली जाएगी।
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