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हमीरपुर। उतर भारत के सिद्धपीठ बाबा बालक नाथ मंदिर( Baba Balak Nath Temple) में 14 मार्च से 13 अप्रैल तक लगने वाले वार्षिक चैत्र मास मेलों ( Chaitra Mass Fairs) को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं । डीसी देवश्वेता बनिक ( DC Devasweta Banik) ने बताया कि सभी स्वास्थ्य मानकों को पूरा करने वाले श्रद्धालुओं को ही बाबा बालकनाथ के दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी और मंदिर में मेलों के दौरान 24 घंटे हेल्थ डिस्पेंसरी चालू रहेगी। उन्होंने बताया कि मेलों के दौरान मंदिर 24 घंटें खुला रहेगा और इस बार मंदिर के नजदीक लगने वाले निजी लंगरों व जागरण की अनुमति नही दी जाएगी। साथ ही मंदिर परिसर में दिन में दो बार पूर्णरूप से सैनिटाइज भी किया जाएगा ।
जाहिर है कोविड 19 के बाद पहली बार बाबा बालक नाथ मंदिर में आयोजित हो रहे चैत्र मेलों में कोविड प्रोटोकोल( covid Protocol) का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि बाबा के दर्शन करने आने वालों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े । हमीरपुर जिला प्रशासन व मंदिर न्यास ने मेलों को लेकर केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा जा किए गए दिशा निर्देशों के तहत श्रद्धालुओं को दर्शन करवाने के इंतजाम पर बैठक कर चर्चा की। चैत्र मेलों के दौरान पंजाब, हरियाणा, दिल्ली,राज्यस्थान सहित देश विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबाबालक नाथ के दर्शन को पहंुचते और करोडों रूपये चढावें की रूप में चढ़ाते है। गत वर्ष कोविड के चलते मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए थे।
डीसी देवश्वेता बनिक ने बताया चैत्र मास मेलों के लिए न्यास ने सभी तैयारियों को प्रदेश व केन्द्र सरकार की एसओपी के तहत कर ली है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। उन्होंने बताया कि मंदिर के आगमन द्वार पर थर्मल चैंकिग सहित सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद ही श्रद्धालुओं को अंदर जाने दिया जाएगा और जिन लोगों मे कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो उसके लिए अलग आसोलेशन केन्द्र बनाया गया है ।
मेलों के दौरान श्रद्धालुओं के लिए लगाए जाने वाले लंगरों व जागरण पर डीसी के बताया कि मंदिर परिसर में सरकार द्वारा लगाए जाने वाले लंगर पहले की तरह काम करेगा और वहां काम करने वालों का कोविड टेस्ट करवाया जाएगा ताकि संक्रमण का खतरा न हो । उन्होंने कहा कि निजी लंगर व जागरण के लिए इस बार कोई भी अनुमति प्रदान नहीं जाएगी । डीसी ने कहा कि न्यास का प्रयास रहेगा की कही भी लोगों की भीड़ एक समय में एकत्रित न हो जिससे संक्रमण का खतरा पैदा न हो ।
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