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खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह बोला, मैं भारतीय नहीं-जांच में जुटी एजेंसियां
Last Updated on February 26, 2023 by saroj patrwal
पंजाब के अजनाला थाने पर हुए हमले के बाद (Chief of Pro-Khalistan)खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने क बड़ा बयान दे कर चौंका दिया है। अमतपाल सिंह का कहना है कि (Does not Consider himself an Indian)वह खुद को भारतीय नहीं मानता। एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh)ने कहा कि (Indian Passport)भारतीय पासपोर्ट एक दस्तावेज है और इससे वह भारतीय नहीं बन जाता। इसके बाद केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुट गई हैं।
उग्रवाद को बताया एक प्राकृतिक घटना
अमृतपाल ने कहा है कि लवप्रीत की गिरफ्तारी और बाद में पंजाब पुलिस (Punjab Police) द्वारा उसकी रिहाई भविष्य की दिशा बदल देगी। पुलिस सतर्क रहती तो ये घटना टल सकती थी। पुलिस ने गलत खुफिया रिपोर्ट के आधार पर जल्दबाजी में कार्रवाई की। अधिकारियों ने मेरे बारे में गलत सूचना दी कि मेरे पास लोग नहीं है। अमृतपाल ने कहा कि आतंकवाद (Terrorism) कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसे वो शुरू करने में सक्षम है, कोई भी उग्रवाद शुरू या समाप्त नहीं कर सकता है। उग्रवाद को एक प्राकृतिक घटना बताते हुए अमृतपाल ने कहा कि यह कहीं भी दमन की लंबी अवधि के बाद होता है। उसने ये भी कहा कि मैं किसी को आतंकवाद शुरू करने का आदेश नहीं दे सकता।
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कैप्टन बोले, कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब
इसी बीच, पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Former Punjab CM Captain Amarinder Singh)ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब है। अगर पंजाब सरकार इसे संभालने में सक्षम नहीं है, तो भारत सरकार को संभालना होगा। हर दिन ड्रोन पकड़े जा रहे हैं, मुझे लगता है कि केंद्र को इसे देखना चाहिए। कैप्टन ने कहा कि कोई भी सरकार ऐसे नहीं चल सकती, जिस तरह से ये सरकार चल रही है।
याद रहे कि बीती 23 फरवरी को पंजाब में खालिस्तान समर्थक संगठन (Pro-Khalistan Organization) वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) के प्रमुख अमृतपाल सिंह के करीबी तूफान सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में उसके समर्थक सड़कों पर उतर आए थे। हजारों की संख्या में आक्रोशित लोगों ने बंदूक, तलवार और लाठियां (Guns, Swords and Sticks) लेकर अजनाला थाना (Surrounded Police station Ajnala) घेर लिया। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरीकेड लगाए तो वे उसे तोड़कर थाने के अंदर घुस गए। कुछ पुलिस वाले तलवारें, डंडे लगने से जख्मी भी हुए। अमृतपाल के समर्थकों ने पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर थाने में खालिस्तान जिंदाबाद (Khalistan Zindabad) के नारे भी लगाए हैं। पुलिस और समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। उसके बाद से खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह चर्चा में है।
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