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शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में मंगलवार को हुई कार्यकारी परिषद की बैठक (EC) की बैठक में प्रोफेसर प्रमोद शर्मा को क्लीन चिट मिल गई। लंबी चर्चा के बाद उनके हक में फैसला लिया गया। वहीं विवि के प्रोस्पेक्टस घोटाले में संलिप्त कर्मचारी बाबू राम को बर्खास्त करने का भी फैसला लिया गया। इसके साथ ही कार्यकारी परिषद की बैठक ने बाबू राम से घोटाले की राशि की रिकवरी करने का भी फैसला लिया गया। भविष्य में बाबू राम फिर से सरकारी नौकरी के लिए पात्र न हो, इसके लिए सरकार को मामला भेजा जाएगा। और बाबू राम के खिलाफ कोर्ट में दीवानी मुकदमा भी दायर किया जाएगा।
बता दें कि मंगलवार को विवि में ईसी की बैठक हुई। जिसमें कई महत्तवपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। जिसमें प्रमोद शर्मा को लेकर भी लंबी बहस हुई। लेकिन आखिरकार फैसला उनके हक में हुई। बता दें कि लोकसभा चुनावों (Loksabha Election) के दौरान कांग्रेस विधायक ने प्रमोद शर्मा के खिलाफ बीजेपी के पक्ष में प्रचार करने की शिकायत की थी।
जिस पर चुनाव आयोग के आदेशों पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रमोद शर्मा को निलंबित करने के आदेश जारी किए थे। आयोग के निर्देश के बाद अब सीईओ कार्यालय ने प्रमोद शर्मा को निलंबित करने के आदेश जारी किए थे। लेकिन प्रमोद शर्मा ने लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि उनकी बीजेपी प्रत्याशी से अचानक एक मुलाकात हुई थी। जिसके बाद ईसी ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट को खंगालने के बाद उन्हें क्लीन चिट देते हुए उन्हें बहाल करने के निर्देश दिए हैं। विवि ने इसकी रिपोर्ट पहले ही चुनाव आयोग को भेज दी है।
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