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शिमला। हिमाचल प्रदेश बिजली कर्मचारी यूनियन (Himachal Pradesh Electricity Employee Union) ने बिजली संशोधन बिल 2021 को संसद के शीतकालीन सत्र में चर्चा में लाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। यूनियन ने जयराम सरकार के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपा। वहीं, बिजली बोर्ड मुख्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। इस मौके पर हिमाचल बिजली बोर्ड के प्रबंधक निदेशक पंकज डड़वाल ने सीएम जयराम ठाकुर को इस बाबत ज्ञापन सौंपा।
मामले पर यूनियन के महामंत्री ने कहा कि 11 दिसंबर को पुरानी पेंशन की मांग को लेकर यूनियन नई पेंशन कर्मचारी संगठन के समर्थन में तपोवन धर्मशाला में हजारों बिजली कर्मचारी भाग लेंगे। इसके साथ ही 1 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल किया जाएगा। वहीं,यूनियन महासचिव हीरा लाल वर्मा ने कहा इस बिजली कानून को केंद्र सरकार ने बिजली बोर्ड को निजीकरण के उद्देश्य से लाया जा रहा है।
इससे बिजली बोर्ड का मुनाफे वाला क्षेत्र निजी हाथों में चले जाएगा और सब्सिडी खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली के प्राइवेटाइज्ड करने से बिजली उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सांकेतिक धरना के माध्यम से केंद्र सरकार को सचेत कराना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते केंद्र सरकार बिजली बिल वापस नहीं लेती तो बिजली कर्मचारी और अभियंता की समन्वय समिति आगामी 15 दिसंबर को दिल्ली में सत्याग्रह करेगी।
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