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टीम। ओवरलोडिंग (Overloading) पर सख्ती ऊपर से रूटों पर पर्याप्त बसें नहीं, बसों में सफर करने वाला व्यक्ति आखिर करे तो क्या करे। ऐसे में व्यक्ति के पास एक ही चारा है, या तो वह पैदल सफर करे या फिर टैक्सी आदि हायर कर अपने गंतव्य तक पहुंचे। इन सब में सबसे ज्यादा दिक्कत कॉलेज व स्कूल के छात्रों को हो रही है। ओवरलोडिंग पर सख्ती के चलते बसों में न बिठाए जाने और बसों की कमी से छात्र इन दिनों काफी परेशान हैं। इसी के चलते छात्रों के सब्र का बांध भी टूटता जा रहा है। आज इसी परेशानी के विरोध में मंडी के सरकाघाट और कुल्लू के भुंतर में छात्रों ने चक्का जाम कर दिया व जमकर नारेबाजी की। साथ ही हमीरपुर में भी छात्रों ने आरएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। ऐसे में अगर समय रहते इस समस्या का तोड़ नहीं निकाला गया तो आने वाले समय में यह समस्या उग्र हो सकती है।
सरकाघाट। बसों की कमी के चलते बीजेपी के अग्रणी संगठन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया और प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के विरोध में की जमकर नारेबाजी। बता दें कि धर्मपुर उपमंडल के पिपली, बल्ह, करनोहल, कोहन, कोट, गदोहल और मंडी जिला की सबसे बड़ी पंचायत सजाओपीपलु के दो दर्जन गांव से आने वाले छात्रों को सरकाघाट कॉलेज पहुंचने में खासी परेशानी उठानी पड़ी। इसी से गुस्साए छात्रों ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर एचआरटीसी (HRTC) वर्कशाप के बाहर नारेबाजी। इसके बाद वे दो किलोमीटर दूर पैदल चलते हुए बस स्टैंड (Bus Stand) पर पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए बस स्टैंड का घेराव कर दिया। आनन-फानन में निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) नरेंद्र शर्मा भी बस स्टैंड पर पहुंच गए। छात्रों को मनाने में जुट गए, लेकिन छात्रों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी।
आरएम ने छात्रों को समस्या के हल का आश्वासन भी दिया। पर छात्रों का गुस्सा आरएम के आश्वासन के बाद भी कम नहीं हुआ। गुस्साए छात्र मुख्य सड़क पर धरने पर बैठ गए और चक्का जाम कर दिया। इससे करीब दो घंटे यातायात व्यवस्था चरमरा गई। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। एबीवीपी कॉलेज इकाई के अध्यक्ष सुमीत सकलानी ने कहा कि वर्तमान में सरकाघाट कॉलेज में 2300 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और उनके कॉलेज में आने जाने के लिए पर्याप्त मात्रा में बसें उपलब्ध नहीं हैं। उनके अनुसार अगर सरकार अब भी नहीं जागी और एक विद्यार्थी भी सड़क पर बस न मिलने के कारण खड़ा हुआ पाया गया तो उग्र आंदोलन होगा। बाद में प्रशासन, आरएम और पुलिस के आश्वासन के बाद छात्रों ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया।
कुल्लू। बंजार हादसे के बाद से चल रही सख्ती के बाद स्कूली छात्रों ( Students)का प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को 12 किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल( School) पहुंच रहे शिलीहार पंचायत के गांवों के छात्रों ने चक्का जाम ( Traffic jam) किया। भुंतर के साथ लगती शिलीहार पंचायत के साथ लगते छनरोगी, त्रेहण, मासू, कलयाणी, बरशौगी गांवों के छात्रों का कहना है कि त्रेहण-नरोगी सड़क पर उन्हें यातायात की सुविधा नहीं मिल रही है , जिससे स्कूली छात्र पिछले एक सप्ताह से 12 किलोमीटर पैदल चलकर भुंतर सीनियर सकेंडरी स्कूल पहुंच रहे हैं, लेकिन प्रशासन उनकी सुन नहीं रहा है। 2 घंटे चक्का जाम कर छात्रों ने प्रशासन ( Administration)से अतिरिक्त बस चलाने की मांग की। इसके बार आरएम कुल्लू ने फोन के माध्यम से उनसे बात की और नई बस लगाने का आश्वासन दिया। इसके बाद बच्चों ने करीब एक घंटे बाद सड़क से उठे।
हमीरपुर। एबीवीपी (ABVP) ने आरएम ऑफिस (RM Office) के बाहर बसों (Bus) की कमी को लेकर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने बसों में ओवरलोडिंग (Overloading) पर सख्ती का स्वागत किया है, लेकिन इसके चलते पेश आ रहीं परेशानियों को दूर करने की पैरवी की है। एबीवीपी (ABVP) ने मांग की है कि कॉलेज के स्टूडेंट के लिए अलग बसें लगाई जाएं। एबीवीपी हमीरपुर इकाई के छात्र रोबिन का कहना है ओवरलोडिंग (Overloading) के लिए लागू किए नियमों का विद्यार्थी परिषद सम्मान करती है, लेकिन उसमें कुछ खामियां भी हैं। जैसे कि लोकल रूट पर जाने वाले लोगों और कॉलेज आने वाले छात्रों को कई बार चालक या परिचालक ओवरलोडिंग (Overloading) की वजह से नहीं बिठाते हैं। इसके कारण छात्रों को कॉलेज जाने के लिए कई परेशानियां झेलनी पड़ती हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जिन रूटों पर बसें कम आती हैं, उन रूटों पर छात्रों के लिए और बसों को चलाया जाए।
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