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Punjab|Politics|MSBitta
Last Updated on September 29, 2021 by Deepak
ये राजनीति है… कभी दूसरों को साध लेती है… तो कभी खुद को ऐसे मकरजाल में फंसा देती है कि मंझे हुए राजनेता भी बीच मझधार में फंस जाते हैं…. सियासत की पिच पर सिद्धू जब कांग्रेस की तरफ से बैटिंग करने उतरे अपने ही कप्तान को रनआउट करवा दिया…. कैप्टन के इस्तीफे से सिद्धू खुश हुए…. लेकिन उनकी यह खुशी ज्यादा देर तक कायम रही नहीं…. सेना में जवान रहे बूढ़े कैप्टन ने भी हथियार नहीं डाले…. आलाकमान को चेता दिया कि अगर सीएम की कुर्सी पर कैप्टन नहीं तो सिद्धू भी नहीं होंगे….. अमरिंदर सिंह की दहाड़ से आलाकमान को भी बात जल्द समझ में आ गई….. फिर तय हुआ… एक ऐसा चेहरा जिसे लाया जाए जो ना तो कैप्टन गुट का हो ना ही सिद्धू का प्लेयर….. तो तय हुआ कि कांग्रेस इस सियासी लड़ाई को दूर से देखने वाले अपने पुराने वफादार को चेहरा बनाएगी….. और पंजाब सीएम का चेहरा एक दलित सिख को बना दिया गया….