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Rahul Gandhi का हमला : बीजेपी-आरएसएस के डीएनए में आरक्षण का विरोध
Last Updated on February 10, 2020 by
नई दिल्ली। सरकारी नौकरी में आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस मसले पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि बीजेपी-RSS के डीएनए को आरक्षण चुभता है। बीजेपी संविधान से आरक्षण को हटाना चाहती है। बीजेपी-आरएसएस के डीएनए में आरक्षण का विरोध है। हम आरक्षण को खत्म नहीं होने देंगे। राहुल गांधी ने कहा कि मोदी या मोहन भागवत भले ही कितने भी सपने देख लें, हम किसी भी हाल में आरक्षण (Reservation) समाप्त नहीं होने देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी आरक्षण की विरोधी है। वो चाहते हैं कि एससी-एसटी समुदाय कभी आगे न बढ़े।
आरएसएस-भाजपा की विचारधारा आरक्षण के खिलाफ है। वो किसी न किसी तरह से आरक्षण को संविधान से मिटा देना चाहते हैं। ये लोग जितना चाहे सपने देख लें, हम आरक्षण को खत्म नहीं होने देंगे : @RahulGandhi#आरक्षण_विरोधी_भाजपा pic.twitter.com/6eQ5LSvTXn
— Indian Youth Congress (@IYC) February 10, 2020
उन्होंने आरोप लगाया, ‘ये (सरकार) आरक्षण के खिलाफ है। ये किसी न किसी तरह से आरक्षण को संविधान (Constitution) से निकालना चाहते हैं। इनकी तरफ ऐसे प्रयास होते रहते हैं। ये चाहते हैं कि एससी-एसटी समुदाय आगे नहीं बढ़ें।’ अब फैसला आया कि आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है। यह सब उत्तराखंड की सरकार ने शीर्ष न्यायालय में कहा है। यह आरक्षण को निरस्त करने का बीजेपी का तरीका है। बीजेपी और आरएसएस वाले कितना भी प्रयास कर लें, लेकिन हम आरक्षण को हटने नहीं देंगे क्योंकि आरक्षण संविधान का एक तरह से प्रत्यक्ष हिस्सा है।
गौर हो कि बीते दिनों एक मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण का दावा करना मौलिक अधिकार नहीं है। ऐसे में कोई अदालत राज्य सरकारों को SC और ST वर्ग के लोगों को आरक्षण देने का निर्देश नहीं जारी कर सकती है। आरक्षण देने का अधिकार और दायित्व राज्य सरकारों के विवेक पर निर्भर है। कांग्रेस की ओर से संसद में भी इस मसले पर स्थगन प्रस्ताव दिया गया है। ऐसे में ना सिर्फ बाहर बल्कि संसद के अंदर भी सरकार को विपक्ष का गुस्सा झेलना होगा।