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नई दिल्ली। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में बुधवार को कांग्रेस (Congress) के लोकसभा सांसदों की बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहे। बैठक में कांग्रेस के 51 सांसदों के मनाने के बाद भी पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) इस्तीफा वापस न लेने पर अड़ गए हैं। राहुल गांधी ने पार्टी सांसदों से कहा है कि वह कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहेंगे।
जिस ने देश की एकता और अखंडता के लिये पूरे परिवार के बलिदान को सहा हो, उसे अकेला कैसे छोड़ दें। आप हमारे नेता थे हैं और रहेंगे। #MyLeaderRahulGandhi
— HP Youth Congress (@IYCHimachal) June 26, 2019
कांग्रेस सांसद शशि थरूर और मनीष तिवारी ने राहुल को अध्यक्ष बने रहने के पक्ष में तर्क दिया कि हार सिर्फ आपकी जिम्मेदारी नहीं बल्कि सामूहिक है, लेकिन राहुल फिर भी हार की नैतिक जिम्मेदारी अपनी मानते हुए अध्यक्ष नहीं बने रहने का फैसला दोहराया।
#MyLeaderRahulGandhi
Tough situations are around every corner.But your internal support or that little voice telling you to keep going is essential. Grit is a quality that lets you push through the challenges despite defying odds, and people look up to someone like this.— Manish Chandila (@ManiChandila) June 26, 2019
बैठक में सभी 51 सांसदों ने अपील की, लेकिन राहुल उनकी बात मानने से इनकार कर दिए। इस बार के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत हासिल की। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत सभी 51 सांसद मौजूद रहे।
राहुल गांधी जी ने पार्टी
का नेतृत्व पार्टी के सबसे
कठिन दौर में पूरी ताकत
के साथ किया है।
राहुल जी कि सादगी ही
कांग्रेस कि पहचान है#MyLeaderRahulGandhi pic.twitter.com/yILGwEKScz— Delhi Youth Congress (@DelhiPYC) June 26, 2019
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