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शिमला। हमीरपुर जिला के सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा (Rajendra Rana) ने कहा है कि जिस तरह जिला कांगड़ा (#Kangra) में फर्जी दस्तावेजों के साथ वाहन पंजीकरण के लगातार मामले सामने आ रहे हैं, उससे यह स्पष्ट हो जाता है कि राजनीतिक संरक्षण में सुनियोजित ढंग से कोई माफिया इस कार्य को अंजाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि मामले आने के बाद भी सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। राजेंद्र राणा ने कहा कि एक तरफ बीजेपी सरकार ईमानदार और पारदर्शी प्रशासन का ढोल पीटने में लगी है, वहीं दूसरी तरफ पहले फर्जी डिग्री प्रकरण (Fake Degree Case) और अब वाहन पंजीकरण (Vehicle Registration) के फर्जीवाड़े ने ढोल की पोल खोल कर रख दी है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत किसी निष्पक्ष एजेंसी से इस फर्जीवाड़े की जांच करवानी चाहिए।
राजेंद्र राणा ने इस बात पर हैरानी जाहिर की कि पालमपुर से लेकर नूरपुर तक फर्जी दस्तावेजों के सहारे वाहन पंजीकरण माफिया ने पैर पसार रखे हैं और सरकार ने कथित अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजने का अभी तक कोई इंतजाम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक संरक्षण और अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह फर्जीवाड़ा संभव नहीं हो सकता। मियाद पूरी कर चुके जिन वाहनों के इस्तेमाल पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) भी रोक लगा चुका है, उन वाहनों को फर्जी दस्तावेजों के सहारे पंजीकृत किए जाने का गोरखधंधा कब से चल रहा है, यह भी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर हैरानी जाहिर की कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे वाहन पंजीकरण से संबंधित अधिकतर मामले पंजाब से संबंधित लोगों के हैं और अंतर राज्य गिरोह इसके पीछे काम कर रहा है।
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