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चंडीगढ़। कृषि कानूनों (Agricultural Laws) के विरोध की आड़ में बीते रोज पंजाब में बीजेपी विधायक की पिटाई के मामले में अब राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) का भी बयान सामने आया है। किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्त राकेश टिकैत का कहना है कि हमारे लोग बीजेपी विधायक (BJP MLA) की पिटाई में शामिल नहीं हैं। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह जरूर स्वीकार किया कि उनके लोगों ने काले झंडे दिखाए, लेकिन विधायक से मारपीट में उनके लोग शामिल नहीं थे।
आप सभी को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक 'होलिका दहन उत्सव' की हार्दिक शुभकामनाएं! होलिका की अग्नि में सभी बुराईयों का दहन करें। ईश्वर किसान विरोधी सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करें । #Holi2021 #होलिका_दहन #Holi2021 pic.twitter.com/UlU3WOX8m7
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) March 28, 2021
आपको बता दें कि बीते रोज पंजाब के मलोट में बीजेपी विधायक अरुण नारंग (Arun Narang) के साथ कृषि कानूनों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों (Protesters) ने मारपीट की थी। यही नहीं, इस मारपीट में विधायक (MLA) के कपड़े तक फट गए थे। पुलिस को विधायक को बचाने के लिए दुकान के अंदर बंद करना पड़ा था। अब आज इस मामले में किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) की प्रतिक्रिया सामने आई है। राकेश टिकैत का कहना है कि बीजेपी विधायक (BJP MLA) के साथ हुई घटना में हमारे लोग शामिल नहीं हैं। हमारे लोगों ने काले झंडे (Black Flag) दिखाए, लेकिन घटना में शामिल नहीं रहे हैं।
टिकैत (Rakesh Tikait) ने आगे कहा कि यह उनके लोगों द्वारा ही किसानों को बदनाम करने के लिए किया गया है। आज विधायक अरुण नारंग पर हुए हमले और अमानवीय व्यवहार पर पठानकोट बीजेपी (Pathankot BJP) ने वाल्मीकि चौक पर धरना दिया। इस मामले में मलोट थाने (Malout Police Station) में लखनपाल सिंह, आमलवाला, सुखदेव सिंह बूड़ा गुर्जर, निर्मल सिंह जस्सेवाला, नानक सिंह फकरसर, कुलविंदर सिंह दानेवाला, राजविंदर सिंह जंडवाला, अवतार सिंह फकरसर और 300 अज्ञात पर केस (FIR) दर्ज किया गया है।
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